भीमानंद - 600 कालगर्ल थीं इस ‘इच्छाधारी’ के सेक्स रैकेट में !

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भीमानंद - 600 कालगर्ल थीं इस ‘इच्छाधारी’ के सेक्स रैकेट में !बाबा भीमानंद

लखनऊ। अखाड़ा परिषद ने जिस भीमानंद को फर्जी बाबा बताया है वो खुद को इच्छाधारी बाबा बताता था लेकिन उसका सबसे बड़ा काम सेक्स रैकेट का था, मीडिया और पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक उसके संपर्क में 600 हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल थीं। भीमानंद पर पैसे ब्याज पर देने से लेकर सेक्स रैकेट चलाने तक कई गंभीर आरोप हैं।

भगवा चोला ओढ़कर और सांप गले में डालकर प्रवचन करने वाला भीमानांद अपने नाम के आगे इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद महाराज चित्रकूट वाले लगाता था। लेकिन इसका असली नाम राजीव रंजन दिवेदी था कुछ लोग शिवमूरत के नाम भी जानते थे। दिल्ली पुलिस ने इसके रैकेट का भांडाफोड किया था। सांप वाला ये बाबा रात में असली रूप में होता था।

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गेरुए वस्त्र फेंकर कर वो जिंस और टीशर्म में जिस्म फरोशी के रैकेट का संचालन करता था। 26 फरवरी 2010 में ये दिल्ली पुलिस के चंगुल में फंसा था। भीमानंद के साथ जिन आठ लोगों को पकड़ा गया था उनमें 8 लड़कियां थी और दो एयरहोस्टेस थी। एक लड़की यूरोपियन तो दूसरी एक भारतीय एयरलाइंस में काम करती थी, इन कॉलगर्ल से ही बाबा का भंडाफोड़ हुआ, उस दौरान इसने दलाल के रुप में अपना नाम शिवमूरत बताया था।

पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक भीमानंद दिल्ली ही नहीं उस वक्त भारत का सबसे बड़ा सैकेस रैकेट का दलाल था। वो अपने आश्रम की आड़ में सेक्सरैकेट चलाता था। इसके रैकेट में 600 हाई प्रोफाइल लड़कियां थी, जिनमें एयरहोस्टेस, कॉलेज गर्ल, मॉडल जैसे पेशें से जुड़ी थी, इन लड़कियों के नाम उसके ठिकाने से मिली 6 लाल रंग की डायरियों में दर्ज थे, इसके साथ ही 100 उन लोगों के भी नाम थे, जिनमें कई सांसद, नेता, पुलिसकर्मी और सफेदपोश लोग थे। उस समय मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी इस नेटवर्क को देखकर हैरान रह गई थी। पुलिस ने भीमानंद को मकोका के तहत जेल भेजा और 1200 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी।

आश्रम में था तहखाना, बनाया था सेक्स के धंधे का हेडक्वाटर

इच्छाधारी संत भीमानंद ने अपने आश्रम में तहखाना बनाया था, जिसके द्वारा पर देशभर में फैसे अपने सेक्स रैकेट नेटवर्क को कमांड करता था। काफी कम पढ़े लिखे शिवमूरत ने एक मल्टीनेशनल कंपनी की तर्ज पर अपना नेटवर्क बिछाया था। दिलली के मोहम्मदपुर और हुमायूपुर में कई अंधेरे कमरे थे, जहां वो लड़कियों को काबू करने के लिए जुल्म तक करता था। काफी दिन तक आश्रम की आड़ में भीमानंद ने अपना धंधा चलाया लेकिन दिल्ली पुलिस उसे बाद में जेल का रास्ता दिखाया। उस पर हवाला कारोबार में भी लिप्त होने का आरोप लगा।

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मीडिया रिपोर्ट और पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक उसकी कमाई का मुख्य जरिया सेक्स रैकेट था। उसके एक मोबाइल नंबर से एक साल का बिल 5 लाख रुपए से ऊपर का था। उस पर दिल्ली के साकेट कोर्ट में मामला चल रहा है। भीमानंद के सेक्स रैकेट का भेद एक लड़की की तलाश करते हुए पुलिस ने खोला था, जिसे उसके प्रेमी ने धोखा देकर जिस्म फरोशी के दलदल में उतार दिया था।

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