दिल्ली के अंदर होगी ट्रैक्टर परेड, योगेंद्र यादव बोले- 26 जनवरी को रचेगा नया इतिहास

26 जनवरी को दिल्ली के अंदर दो परेड होंगी एक परेड, राजपथ पर सेना और सुरक्षाबलों के जवान परेड करेंगे तो बाहरी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड होगी। ट्रैक्टर परेड के दिल्ली में प्रवेश की अनुमति मिल गई है।

Arvind ShuklaArvind Shukla   23 Jan 2021 3:41 PM GMT

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दिल्ली के अंदर होगी ट्रैक्टर परेड, योगेंद्र यादव बोले- 26 जनवरी को रचेगा नया इतिहाससंयुक्त किसान मोर्चा के अह्वान पर किसान 26 जनवरी को निकालेंगे ट्रैक्टर परेड। फोटो- अमित पांडे

सिंघु बॉर्डर (दिल्ली)। "26 जनवरी को ये देश एक नया इतिहास बनते हुए देखेगा। 26 जनवरी को अलग-अलग राज्यों की झांकियां देखकर हमारा सीना चौड़ा हो जाता है लेकिन इस बार गणतंत्र किसान परेड होगी। 70 साल में पहली बार ऐसा होगा कि एक तरफ जवान परेड कर रहे होंगे दूसरी तरफ किसान परेड़ कर रहे होंगे," संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्य और किसान स्वराज के संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा।

शनिवार की रात को दिल्ली पुलिस और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच इस बात की सहमति बन गई है कि किसानों की ट्रैक्टर परेड, जिसे किसान गणतंत्र परेड कहा गया है, दिल्ली के अंदर होगी। दिल्ली पुलिस से मुलाकात के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि हमारे और दिल्ली पुलिस के बीच मार्ग तय हो गया है। बैरीकेड्स खोले जाएंगे और किसान दिल्ली में प्रवेश करेंगे।

इसी बीच पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। ज्यादातर किसान ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंच रहे हैं तो काफी संख्या में बस, ट्रैन और बैलगाड़ी से भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। रैली में कई राज्यों की झांकियां होंगी। इसके साथ किसान और महापुरुषों की कई मूर्तियां भी ट्रैक्टर पर नजर आएंगी। इन मू्र्तियों को बनाने के लिए दिल्ली से खास कारीगर बुलवाए गए हैं।

बृहस्पतिवार को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान संगठनों की बैठक के बाद योगेंद्र यादव ने एक फेसबुक लाइव कहा था "दो महीने से किसान दिल्ली के बाहर बैठे हैं लेकिन अब अंदर जाकर भी देखेंगे। किसान चाहते हैं कि परेड दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर हो लेकिन दिल्ली पुलिस कह रही है कि सुरक्षा को लेकर दिक्कत होगी आप दिल्ली के बाहर जो एक्सप्रेस वे (ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे) पर परेड कर लो। लेकिन एक्सप्रेस-वे पर करेंगे तो कौन देखेगा, तो सब लोगों ने मन बना रखा है कि दिल्ली के अंदर रहेंगे,"

7 जनवरी को केएमपी पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड को किसान संगठनों ने बताया था 26 जनवरी की परेड का रिहर्सल

योगेंद्र यादव ने ट्रैक्टर परेड को लेकर चली रही बातों और अफवाहों पर कहा, "हमने पहले बता दिया है कि न लाल किला जाएंगे ना संसद की तरफ जाएंगे, हमारा कोई दूसरा इरादा नहीं। हमने पुलिस से कहा कि अगर किसी प्वाइंट पर आपको दिक्कत है तो हमें बता दीजिए हम उसे बदल देंगे।"

योगेंद्र यादव के मुताबिक किसानों की इस परेड में ट्रैक्टर होंगे, हिंदुस्तान की झांकियां होंगी। हर ट्रैक्टर हर वाहन पर तिरंगा होगा, हो सकता है किसी किसान संगठन का झंडा होगा लेकिन किसी पार्टी का झंडा नहीं होगा। किसी तरह का प्रदर्शन नहीं, कोई हिंसा नहीं होगी।

योगेंद्र यादव ने कहा, "इस आंदोलन ने पूरी दुनिया में शांति की मिसाल बना दी है, हम इसे आगे भी जारी रखेंगे, क्योंकि हम जानते हैं हिंसा हुई तो हम हारेंगे।"

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से देश के किसानों से उन्होंने दिल्ली पहुंच कर रैली में शामिल होने की अपील भी की। योगेंद्र यादव ने कहा, "हर गांव से एक ट्रैक्टर आना चाहिए। हर गांव से किसान निकलना चाहिए। अगर कोई किसान आना चाहता है और उसके ट्रैक्टर में डीजल नहीं हो तो गांव के लोग मिलकर इंतज़ाम करें। हरियाणा में तो हर किल्ले (एकड़) पर किसानों ने 100 रुपए का चंदा लगा दिया है।"

उन्होंने आगे कहा कि आप किसान हितैषी हैं, किसान है तो आइए और देखिए होगी झांकी। 26 तारीख को ये देश वास्तव में वास्तव में गण का जश्न मनाएगा।"

किसान संगठनों ने इससे पहले 7 जनवरी को कोंडली-मानेसर पलवल हाईवे पर ट्रैक्टर मार्च किया। जिसे उन्होंने 26 जनवरी की परेड की रिहर्सल बताया था।

दिल्ली में गणतंत्र दिवस के 3 दिन पहले सुरक्षा कारणों से कई रोड सील कर दी जाती हैं। किसान नेताओं के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने उन्हें परेड करने से रोका नहीं है लेकिन वो चाहते हैं कि परेड दिल्ली के बाहर रहे जो हमें मंजूर नहीं है।

दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार ने इस ट्रैक्टर परेड को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी लेकिन कोर्ट ने इसे दिल्ली पुलिस का काम बताया। सुप्रीम कोर्ट की सलाह पर केंद्र सरकार ने ट्रैक्टर मार्च को लेकर दाखिल अपनी याचिका वापस ले ली थी।


   

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