'गांव बंद' का दूसरा दिन, दूध और सब्जियों के दाम पर असर
'गांव बंद' का आज दूसरा दिन है। मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में किसानों के इस बंद का असर देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर सब्जी और दूध की सप्लाई पर असर पड़ रहा है।
गाँव कनेक्शन 2 Jun 2018 9:59 AM GMT
लखनऊ। 'गांव बंद' का आज दूसरा दिन है। मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में किसानों के इस बंद का असर देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर सब्जी और दूध की सप्लाई पर असर पड़ रहा है। पंजाब के मुक्तसर में किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहरों में दूध, सब्जियों के साथ ही पशुओं के लिए हरे चारे ओर सूखे भूसे की सप्लाई को शहरों में जाने से रोका। शहरों में सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं।
तो क्या चुनावी मुद्दा और राजनीति का केंद्र बनेंगे किसान ?
देश के 7 राज्यों में आज दूसरे दिन भी किसानों की हड़ताल जारी है। किसानों के 'गांव बंद' की वजह से शहरों में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। किसानों ने पूरी तरह से शहरों में अनाज, दूध और सब्जियों की सप्लाई को रोक दी है। बंद के दौरान किसान जगह-जगह दूध, सब्जियों और फलों को सड़कों पर बिखेर कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के लुधियाना में सड़क पर सब्जियों को बिखेर कर किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराया।
#WATCH: Haryana CM Manohar Lal Khattar speaks on farmers' strike, says, 'they don't have any issues, they are just focusing on unnecessary things, not selling produce will bring losses to farmers.' (01.06.2018) pic.twitter.com/CFY7dzgj2g
— ANI (@ANI) June 2, 2018
किसान आंदोलन पर हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर ने बयान देकर इस मामले को और गहरा दिया है। उन्होंने कहा, 'हड़ताल से किसान अपना ही नुकसान कर रहे हैं। किसानों के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनका मकसद, अनावश्यक ही मीडिया और लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना है। अगर वे अपने उत्पाद नहीं बेच रहे हैं तो इसमें उन्हीं का नुकसान है।' शुक्रवार को किसानों के आंदोलन के साथ बंद का असर 7 राज्यों में दिखा। हालांकि कोई हिंसक घटना होने की सूचना नहीं मिली। हालांकि कुछ ऐसे संगठन भी इसके पक्ष नहीं हैं। यूपी, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में हालात सामान्य हैं और महासंघ के आह्वान का कोई असर नहीं है।
हमारे देश में हर रोज़ 35 किसान आत्महत्या करते हैं। कृषि क्षेत्र पर छाए संकट की तरफ़ केंद्र सरकार का ध्यान ले जाने के लिए किसान भाई 10 दिनों का आंदोलन करने पर मजबूर हैं। हमारे अन्नदाताओं की हक की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने के लिए 6 जून को मंदसौर में किसान रैली को संबोधित करूंगा। pic.twitter.com/Bv4Hv72jE8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2018
Madhya Pradesh: Farmers in Mandsaur on 10-day 'Kisan Avkash' strike prepared 'Kheer' and distributed it among villagers. The farmers during the ten-day strike are not supplying vegetables, fruits, grains and milk to cities. (01.06.2018) pic.twitter.com/c9aCnb4zKf
— ANI (@ANI) June 2, 2018
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रवक्ता भगवान दास मीना से गाँव कनेक्शन को फोन पर बताया, " किसान आंदोलन से फल-सब्जियों की आवक कम हो गई। जो सब्जियां पहले से स्टॉक में हैं उन्हें बेचा जा रहा है। दाम में थोड़ा अंतर आया है। कल तक दाम और बढ़ने की आशंका है। दस तारिख तक स्थिति बहुत खराब हो सकती है। किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। वहीीं किसान दूूध से खीर बनाकर गांवों में बांट रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि हम अपने दूध को शहर नहीं ले जाएंगे। पेट्रोल के बराबर दूध के दाम होने चाहिए।
पंजाब में नाभा, लुधियाना, मुक्तसर, तरन तारन, नांगल और फिरोजपुर सहित कई स्थानों पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। सब्जियों और दूध को शहरों में जाने देने से रोकने के लिए किसानों द्वारा नाकाबंदी करने की भी खबरें हैं। फिरोजपुर से मिली खबर के मुताबिक किसानों ने जबरन सब्जी मंडी बंद करा दिया। पुलिस ने बताया कि बठिंडा में किसानों ने कुछ दूध वक्रिेताओं को शहर जाने से रोक दिया, जिस पर उनके बीच तीखी बहस भी हुई। बठिंडा पुलिस थाना सदर के प्रभारी इकबाल सिंह ने बताया कि इसके बाद चार किसानों को एहतियाती हिरासत में ले लिया गया। अन्य किसानों ने अपने साथी किसानों की रिहाई की मांग करते हुए थाना के बाहर धरना दिया। मोहाली में किसानों के एक समूह ने वर्का दुग्ध संयंत्र के प्रवेश द्वार को अपने वाहनों से अवरूद्ध कर दिया।
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