महिला दिवस पर गाँव कनेक्शन की चार राज्यों में मुहिम

यूपी, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में आयोजित हुए जनजागरुकता शिविर, सेहत, कानूनी जानकारी और अन्य महिला मुद्दों पर महिलाओं को दी गई जानकारी

Manish MishraManish Mishra   9 March 2019 8:48 AM GMT

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महिला दिवस पर गाँव कनेक्शन की चार राज्यों में मुहिम

लखनऊ। "लड़कियां एक बार अपने मन में कुछ ठान लें तो उन्हें रोकने वाला कोई नहीं, लड़कियां वो सपने देखें जिनमें डर न हो," भारत में यूएन विमन की उप प्रमुख निष्ठा सत्यम ने कहा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गाँव कनेक्शन फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ दुर्गम इलाकों में कई कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान महिलाओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी जांच और जनजागरुकता के कैंप लगाए गए।

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जागरुकता कार्यक्रम में छात्राओं को हेल्थ के प्रति किया गया जागरूक।

चार राज्यों में शुरू हुए इस जनजागरुकता कैंपेन की शुरूआत लखनऊ से 35 किमी दूर गाँव कनेक्शन फाउंडेशन के हेड ऑफिस भारतीय ग्रामीण विद्यालय, ग्राम कुनौरा भारत में यूएन विमन की उप प्रमुख निष्ठा सत्यम ने की।

गाँव की लड़कियों से बात करते हुए निष्ठा सत्यम ने कहा, "शिक्षा के बिना आगे बढ़ना मुश्किल है, और आप लोग बड़े सपने जरूर देखें।"

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हेल्थ कैंप में लोगों को दी गई दवाइयां।

गाँव कनेक्शन फाउंडेशन के इस जनजागरुकता कैंपेन से डिजिटल दुनिया से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक करीब 5.7 करोड़ लोगों तक संवाद कायम होगा। इन कार्यक्रमों में माहिलाओं के स्वास्थ्य की जांच, उनके अधिकार, और अन्य मसलों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें शहरी और ग्रामीण महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

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छात्राओं को संबोधित करते गाँव कनेक्शन के फाउंडर नीलेश मिसरा।

भारतीय ग्रामीण विद्यालय स्थित गाँव कनेक्शन फाउंडेशन के हेड ऑफिस में छात्र-छात्राओं के लिए शुरू हुई डिजिटल क्लास के बारे में बताते हुए गाँव कनेक्शन के फाउंडर नीलेश मिसरा ने कहा, "हमारी कोशिश है कि गाँव की लड़कियां वह सब शिक्षा पाएं जो शहरी बच्चे पाते हैं," आगे कहा, "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का कोई मतलब नहीं रह जाएगा अगर यह भाषणबाजी में रह गया। हम हर रोज ऐसी भाषा के साथ चलते हैं जो इन सब भाषणों से बहुत दूर है। जो हमारे पूर्वाग्रह हैं वो हम पर हावी रहते हैं और यही सोच महिलाओं पर असर डालती है।"

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इस अवसर पर भारतीय ग्रामीण विद्यालय की संस्थापिका श्रीमती निर्मला मिश्रा ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए ग्रामीण लड़कियों तक पहुंच रही डिजिटल माध्यम से शिक्षा और बढ़ते आत्मविश्वास पर खुशी जाहिर की।

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