हरिद्वार (उत्तराखंड)। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वर्कर्स की मदद करने के लिए गांव कनेक्शन फाउंडेशन, एटीसी ग्रांट, एक देश ने ल्यूमिनस पावर टेक्नॉलॉजीज से हाथ मिलाया है। इस मुहिम के तहत आशा वर्कर, स्वास्थ्य कर्मचारी, सफाई कर्मचारी और पुलिस कर्मियों को 15000 एन-15 मॉस्क वितरित किए गए। ये मास्क प्रदेश के हरिद्वार समेत 8 जिलों में कोरोना से लड़ाई लड़ रहे इन फ्रंटलाइन वर्कर को दिए जा रहे हैं।
पहली पंक्ति के इन कोरोना योद्धाओं की मदद के लिए गांव कनेक्शन फाउंडेशन के कार्यकर्ता और वालेंटियर स्थानीय एनजीओ और जनभागीदारी से देहरादून, टिहरी, ऋषिकेश, काशीपुर, लालकुआं, हल्द्वानी, अल्मोड़ा और चकराता के आदिवासी क्षेत्रों में करीब 13000 मास्क वितरित किए जा चुके हैं।। ये जिले प्रदेश में कोरोना से खासे प्रभावित रहे हैं। गांव कनेक्शन की तरफ से स्वस्थकर्मी, आशा कार्यकत्री, पुलिसकर्मी, पत्रकार, अधिवक्ताओं के साथ ही सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी मास्क दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस मुहिम के तहत रेहड़ी-पटरी वालों और झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
उत्तराखंड में चल रही इस साझा मुहिम के बारे में बात करते हुए गांव कनेक्शन फाउंडेशन के संस्थापक नीलेश मिसरा ने कहा, “गांव कनेक्शन, डिजिटल रीच और जमीनी उपस्थिति का बेहतर सामंजस्य है, जिसके सार्थक परिणाम रहे हैं। हमें खुशी है कि हम इस अभियान के जरिए उत्तराखंड में फ्रंट लाइन वर्कर्स की मदद कर पा रहे हैं। हम चाहते हैं ऐसे अभियान दूसरे राज्यों में भी चलाए जाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद हो सके।”
हरिद्वार में जरुरतमंद और सही लोगों तक मास्क पहुंच जाएं इसलिए गांव कनेक्शन फाउंडेशन के प्रवीण जोशी और ल्यूमिनस इंडिया के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) सुरेश श्रीवास्तव ने हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर, सेंथिल अवूदई कृष्णराज, प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र गोस्वामी और नगर के पूर्व महापौर मनोज गर्ग को मास्क हैंडओवर किए।
एसीटी ग्रांट 100 करोड़ रुपए का फंड है, जो भारत के वेंचर कैपिटलिस्ट और स्टार्ट-अप समुदाय ने मिलकर बनाया है, जिसका मकसद कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए तत्काल राहत देने वाले प्रयासों और विचारों को बढ़ावा देना है।
इस दौरान ल्यूमिनस की सीएसआर हेड और सीएचआरओ निहारिका मोहन ने कहा, “ल्यूमिनस हमेशा स्थायी समाधान की ओर काम करता है, जिसका लोगों पर सार्थक असर हो। हम गांव कनेक्शन फाउंडेशन के साथ से खुश हैं। इस साझेदारी के जरिए हम ऐसे लोगों को एन-95 मास्क दे रहे हैं जो दूसरों के लिए जोखिम लेते हैं, कठिन परिश्रम करते हैं लेकिन अनजाने में वे उपेक्षित रह जाते हैं। हमें भरोसा है कि इस मुहिम के जरिए उत्तराखंड के फ्रंटलाइन वर्कर्स को मदद होगी और वे कोरोना वायरस की चिंता किए बना लोगों की सेवा कर पाएंगे।”
उत्तराखंड में गांव कनेक्शन फाउंडेशन के प्रमुख प्रवीण जोशी ने कहा कि ग्रामीण और छोटे शहरों के अधिकांश ग्रामीण और छोटे कस्बों में कार्यरत फ्रंटलाइन वर्कर्स को गुणवत्ता वाले मास्क नहीं मिल पाते हैं। वो सीमित विकल्पों के बीच अपना काम करते रहते हैं। स्थानीय अधिकारियों के सहयोग और हमारे जमीनी नेटवर्क के जरिए हम उत्तराखंड के विभिन्न जिलों खासकर हरिद्वार में कोरोना योद्धाओं तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं।”
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