खुशखबरी: घर और निजी अस्पताल में प्रसव के बाद भी मिलेंगे छह हजार
Ishtyak Khan 2 Jan 2018 6:38 PM GMT
औरैया। पीएम मातृत्व वंदना योजना का लाभ अब निजी अस्पताल और घर में प्रसव होने पर महिलाओं को दिया जाएगा। इस योजना में सरकारी अस्पताल में ही प्रसव होने की बाध्यता को खत्म कर दिया गया है। मातृत्व वंदना योजना का लाभ पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को मिलेगा। ये धनराशि सीधे खाते में भेजी जायेगी, जिससे महिला पौष्टिक आहार का सेवन कर सके।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार राय ने बताया, ”इस योजना का लाभ प्रत्येक आय वर्ग की महिला को दिया जायेगा। यह योजना एक जनवरी 2017 को लागू हुई है। अब तक जिन महिलाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वह अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें। महिला को अपने जरूरी दस्तावेज जमा कर टीकाकरण पूरा अवश्य कराये। जिससे किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इसके अलावा महिला को जो 1000 और 1400 का लाभ मिलता था वह भी मिलेगा और ये पांच हजार रूपये अलग मिलेंगे। इससे महिला अपना पौष्टिक आहार खरीद कर स्वयं खा सकती है। जिससे बच्चे को और स्वयं कुपोषित होने से बचा सके।”
तीन किस्तों में मिलेंगे पैसे
गर्भवती होने पर पहली किस्त में एक हजार रूपये 150 दिन के अदंर और दूसरी किस्त में दो हजार रूपये 180 दिन के अंदर तथा तीसरी किस्त में दो हजार रूपये प्रसव के बाद व शिशु का प्रथम टीकाकरण चक्र पूरा होने के बाद।
पीएम मातृत्व वंदना योजना
जच्चा और बच्चा की मृत्युदर में कमी लाने के लिए प्रधानमंत्री ने इस योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना को जारी करने का सिर्फ एक ही मकसद है प्रेग्नेंट महिला के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था करना। ये धनराशि सीधे महिला लाभार्थी के खाते में भेजी जायेगी। जिससे वह आयरन, विटामिन व अन्य विटामिन युक्त पदार्थो का सेवन कर बच्चे को और खुद को कुपोषित होने से बचा सके।
खाते में आएंगे छह हजार और 6400
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपए और शहरी महिलाओं को एक हजार रूपये का लाभ प्रसव के बाद दिया जाता है। इस योजना का लाभ तो मिलेगा ही इसके अलावा पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को पांच-पांच हजार और दिये जायेंगे। इस प्रकार शहरी महिला के खाते में 6400 रुपए जब कि ग्रामीण महिला के खाते में 6000 हजार रूपये आएंगे।
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