गूगल बताएगा कहीं आप डिप्रेशन के शिकार तो नहीं

Shrinkhala PandeyShrinkhala Pandey   27 Aug 2017 4:47 PM GMT

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गूगल बताएगा कहीं आप डिप्रेशन के शिकार तो नहींगूगल की नई तकनीक पता लगाएगी कि कहीं आपको डिप्रेशन तो नहीं।

लखनऊ। गूगल ने वैसे भी लोगों की जिंदगियां आसान की हैं , इसके पास हर समस्या का हल है लेकिन अब एक नई तकनीक के जरिए गूगल डिप्रेशन जैसी बीमारी के लक्षणों का पता लगाने में भी मदद करेगा।

खबर के अनुसार गूगल सबसे पहले अमेरिका में सर्च इंजन के होम पेज पर डिप्रेशन या अवसाद के शिकार लोगों के जांच की नई सुविधा देने जा रहा है। साथ ही बीमारी के इलाज को लेकर सुझाव भी दिए जाएंगे। खबर के अनुसार ऑनलाइन फीचर पर क्लिक करते ही एक प्रश्नावली खुलेगी, जिसके आधार पर लोग अवसाद का पता लगा सकेंगे।

इस नई तकनीक को पीएचक्यू-9 का नाम दिया गया है। पीएचक्यू-9 स्मार्टफोन के सबसे ऊपर एक बॉक्स में दिखाई देगी। इसे नॉलेज पैनल का नाम भी दिया गया है। इसकी मदद से लोगों में अवसाद, इसके लक्षण और संभावित इलाज जैसी बीमारियों के बारे में बताया जाएगा।

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गूगल की प्रवक्ता सुसान गडरेचा ने कहा कि नए फीचर का उद्देश्य मेडिकल जांच को पलटना नहीं बल्कि डिप्रेशन के शिकार लोगों को जांच के लिए प्रोत्साहित करना है। नेशनल अलायंस ऑन मेंटल इलनेस (एनएएमआइ) इस अभियान में गूगल का साझीदार है। एनएएमआइ ने एक बयान जारी कर बताया कि पीएचक्यू-9 का परिणाम पीड़ित के लिए इस मसले पर डॉक्टरों से ठीक तरह से बातचीत करने में मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि पीएचक्यू-9 के इस्तेमाल करने के लिए आपको डॉक्टरों की सलाह भी लेनी होगी।

     

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