रोगमुक्त भारत के लिए स्वच्छता जरूरी : मोदी

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   3 May 2017 4:46 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
रोगमुक्त भारत के लिए स्वच्छता जरूरी : मोदीहरिद्वार में योगगुरु रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के शोध केंद्र के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व योगगुरु रामदेव।

हरिद्वार (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को निवारक स्वास्थ्य सेवा के महत्व पर बल देते हुए लोगों से भारत को स्वच्छ बनाने के लिए कूड़ा-कचरा न फैलाने की अपील की। उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि जिस दिन 125 करोड़ लोग भारत को स्वच्छ बनाने की शपथ ले लेंगे, तब वह दिन दूर नहीं रहेगा, जब पूरा देश स्वच्छ होगा।"

मोदी ने हरिद्वार में योगगुरु रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के शोध केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। मोदी ने साथ ही आयुर्वेद जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को नजरअंदाज करने को गलत बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा, "आजादी से पहले के दौर में भारत की आयुर्वेद जैसी स्वदेशी और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को नष्ट करने की कोशिश की गई, वहीं आजादी के बाद के दौर में इन्हें नजरअंदाज किया गया।"

मोदी ने इस बात पर दुख जताया कि इसका लाभ उठाते हुए अन्य देशों ने इन चिकित्सा पद्धतियों से जुड़े पेटेंट हासिल कर लिए। उन्होंने कहा, "दुनिया में अब केवल रोगों के इलाज पर ही जोर नहीं दिया जा रहा, बल्कि निवारक चिकित्सा पर भी जोर दिया जा रहा है। निवारक चिकित्सा सुनिश्चित करने और उसे बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता सबसे जरूरी है।"

मोदी ने कहा, "अगर हम स्वच्छता की शपथ लें, गंदगी और कूड़ा कचरा न फैलाने की शपथ लें तो चिकित्सक जितनी जिंदगियां बचाते हैं, हम उनसे भी ज्यादा जिंदगियां बचा पाएंगे।" मोदी ने कहा, "हमारे पुरखों ने अभिनव प्रयोग करने और इन प्रयोगों को मानवता की भलाई के लिए इस्तेमाल करने में अपनी जिंदगियां बिता दीं।"

देश से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

उन्होंने कहा, "हमें उस अभिनव ऊर्जा को भूलना नहीं चाहिए और अपनी पारंपरिक तकनीकों और उपायों के विकास के लिए प्रयास जारी रखने चाहिए।" प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें आज (बुधवार को) केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने का अवसर मिला।

प्रधानमंत्री ने देश और विदेश में योग के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए रामदेव की सराहना भी की। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे बाबा रामदेव को करीब से जानने का मौका मिला। मुझे लगता है कि उनकी असली दौलत लोगों को स्वस्थ बनाने की उनकी प्रतिबद्धता है।"

मोदी ने कहा कि हालांकि अन्य क्षेत्रों में ज्यादा शोध नहीं किया गया, लेकिन आईटी के क्षेत्र में नई पीढ़ी द्वारा किए गए काम ने भारत की ओर दुनिया का ध्यान खींचा है। वहीं, रामदेव ने प्रधानमंत्री को 'राष्ट्र ऋषि' की उपाधि दी और कहा कि उनके काम को दुनियाभर में सराहा जा रहा है।

इससे पहले दिन में उत्तराखंड की राजधानी पहुंचने के फौरन बाद मोदी हेलीकाप्टर से केदारनाथ गए और वहां से वापस हरिद्वार आए।

                      

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.