हाथरस गैंगरेप: मौत से नहीं जीत सकी हाथरस की बेटी, 15 दिन पहले गैंगरेप के बाद हैवानों ने काट दी थी जीभ, तोड़ दी थी रीढ़ की हड्डी
हाथरस रेप मामले में आरोपियों ने यूपी की इस बेटी को गैंगरेप के बाद इस स्थिति में छोड़ा जिससे न वो चल सके और न बोल सके। आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी।
गाँव कनेक्शन 29 Sep 2020 5:57 AM GMT
यूपी के हाथरस जिले में 15 दिन पहले गैंगरेप का शिकार हुई एक लगभग 19 वर्षीय दलित युवती ने आज सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। पीड़िता को सोमवार को ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज से दिल्ली एम्स में लाया गया था। मेडिकल कॉलेज में पीड़िता 13 दिनों से वेंटिलेटर पर थी।
पीड़िता तीन बहन और दो भाईयों में सबसे छोटी थी। पीड़िता के जीजा ने गाँव कनेक्शन को फोन पर बताया, "चारो आरोपी ठाकुर समाज के हैं, तीन के घर हमारे घर (पीड़िता के घर) के ठीक सामने हैं एक आरोपी का बगल में है। आज जब वो मर गयी तब पूरे गाँव में पुलिस और पीएसी तैनात है। हर कोई फोन कर रहा है। इतने दिनों से वो अस्पताल में थी तब किसी ने खबर नहीं ली।"
पीड़िता की मौत के बाद पूरा गाँव छावनी में तब्दील हो गया है। जिले की सीमाएं सील कर दी गयी हैं। पुलिस के बिना मर्जी के अभी गाँव में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं जा सकता है।
हाथरस गैंगरेप मामले का पूरा वीडियो यहाँ देखें:
हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र में 14 सितंबर की सुबह ये बेटी अपनी माँ के साथ खेत में चारा काटने के लिए गयी थी। गाँव के ही चार आरोपियों ने इस बेटी के साथ गैंगरेप करके उसे इस स्थिति में छोड़ा जिससे न वो चल सके और न बोल सके। परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने जीभ काट दी जिससे वो अपनी जुबान न खोल सके और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी जिससे वो एक कदम चल न सके।
हाथरस गैंगरेप मामले में जब इस बेटी को 9 दिन बाद होश आया तब उसने इशारों में कागज और पेन मांगकर अपने साथ हुई दरिंदगी को बयाँ किया। जब इस बेटी की आपबीती सबको पता चली तो तब इस मामले ने तूल पकड़ा।
थाना चंदपा क्षेत्रान्तर्गत हुई घटना के सम्बन्ध में चारों अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं हाथरस पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही का विवरण I@dgpup @Uppolice @adgzoneagra @igrangealigarh @vikrant_ips @bstvlive @News18UP pic.twitter.com/xIru3WF6cp
— HATHRAS POLICE (@hathraspolice) September 28, 2020
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि घटना के कई दिनों तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। पहले छेड़खानी और हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़िता कई दिनों तक बेहोश रही इसलिए किसी को पता नहीं चल सका कि उसके साथ क्या हुआ है। घटना पता चलने के बाद जब इस मामले पर सियासत तेज हुई तब पुलिस सक्रिय हुई। चारो आरोपी गाँव के ही हैं जो अभी तक गिरफ्तार हो चुके हैं।
हाथरस जिलाधिकारी ने ट्वीट कर पीड़िता के परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा है, "चंदपा थाना वाले प्रकरण में पीड़िता के परिजनों को पूर्व में 4,12,500 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई थी। आज 5,87,500 रुपए की सहायता और दी जा रही है। इस प्रकार कुल 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की गई है।"
चंदपा थाना वाले प्रकरण में पीड़िता के परिजनों को पूर्व में 4,12,500 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई थी। आज 5,87,500 रुपए की सहायता और दी जा रही है। इस प्रकार कुल 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की गई है।@AwasthiAwanishK @ShishirGoUP@hathraspolice
— DM Hathras (@dm_hathras) September 29, 2020
जिलाधिकारी ने यह भी लिखा है, "हम पीड़ित परिवार के साथ है। उनकी यथा संभव पूरी मदद की जाएंगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर दोषियों को शीघ्र सज़ा दिलवाई जायेगी।"
हम पीड़ित परिवार के साथ है। उनकी यथा संभव पूरी मदद की जाएंगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर दोषियों को शीघ्र सज़ा दिलवाई जायेगी।@CMOfficeUP @UPGovt @AwasthiAwanishK @ShishirGoUP @CommissionerAli @hathraspolice
— DM Hathras (@dm_hathras) September 29, 2020
पीड़िता की मौत के बाद लोगों में खासा आक्रोश है। दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों ने धरना प्रदर्शन करके अपनी नाराजगी जताई है और पीड़िता के इन्साफ की मांग की है। सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बैठे पीड़िता के परिजनों को नहीं पता कि पीड़िता का शव कहाँ है?
पीड़िता के भाई ने गाँव कनेक्शन को बताया, "पुलिस वाले कह रहे हैं डेड बॉडी नोयडा निकल चुकी है.हम परिवार के लोग यहाँ बैठे हैं हमसे बिना पूछे डेड बॉडी को कैसे भेज दिया? डेड बॉडी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। हम यहाँ से तबतक नहीं उठेंगे जबतक योगी जी या कोई बड़ा नेता आकर हमें यह भरोसा नहीं देता कि हमें जल्द से जल्द न्याय मिलेगा।"
हाथरस की हमारी बहन जो दरिंदगी का शिकार हुई थी, अब इस दुनिया मे नही रही। मै बार बार यह मांग करता रहा कि उसे AIIMS में भर्ती कराया जाए, लेकिन BJP सरकार ने ऐसा नहीं किया। हमारी बहन की मौत के ज़िम्मेदार जितने वे बलात्कारी दरिंदे हैं उतनी ही जिम्मेदार उत्तरप्रदेस सरकार भी है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) September 29, 2020
सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर पीड़िता के परिवार के साथ धरने पर बैठे भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लेने से पहले चन्द्रशेखर ने गाँव कनेक्शन को बताया, "अगर अपराधियों को सजा नहीं मिली तो अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा और अपराध बढ़ेंगे। न्याय न मिलने से पीड़ित परिवार कमजोर पड़ जाएगा। मामले की सीबीआई जांच हो। फास्ट ट्रैक में मुकदमा चलना चाहिए और 30 दिन में फैसला आना चाहिए। पीड़ित परिवार को दो करोड़ की आर्थिक मदद की जाए, परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।"
वहीं हाथरस के एसपी विक्रांत वीर ने जीभ काटने की बात का खंडन किया है। आज सोशल मीडिया पर दिनभर पीड़िता के साथ हुई घटना पर लोगों का गुस्सा दिखा। कुछ हैशटैग ट्रेंड कराकर लोगों ने जल्द से जल्द आरोपियों पर सख्त कार्रवाही की मांग की है।
यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, "यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग है।"
हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है। ..1/2
वहीं प्रियंका गांधी ने लगातार दो ट्वीट किए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा है, "यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।
इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। योगी आदित्यनाथ यूपी की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।"
...यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। @myogiadityanath उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं। 2/2
इनपुट: अमित पाण्डेय, कम्युनिटी जर्नलिस्ट, दिल्ली
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