आप मानेंगे नहीं एक दिन में एक पैकेट सिगरेट पी रही हैं कुछ युवा कामकाजी महिलाएं
Sanjay Srivastava 10 March 2018 4:54 PM GMT
हैदराबाद/नयी दिल्ली। देश के महानगरों में युवा कामकाजी महिलाओं में धूम्रपान की आदत बढ़ रही है। इन युवा महिलाओं का कहना है कि वह काम के तनाव को दूर करने के लिए कभी-कभार अथवा मित्र दोस्तों के साथ धूम्रपान करतीं हैं।
देश के अग्रणी वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम के सामाजिक विकास न्यास ने यह सर्वेक्षण किया है। एसोचैम के एक अधिकारी के मुताबिक, यह परेशान करने वाला रूझान है। महिलाओं को समझना होगा कि सिगरेट पीने से वह अपने स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर रही हैं।
इस सर्वेक्षण में दस शहरों की 22 से 30 वर्ष के आयु वर्ग की करीब 2,000 महिलाओं से बातचीत की गई। सर्वेक्षण पिछले चार सप्ताहों के दौरान किया गया जिसमें युवा कामकाजी महिलाओं की धूम्रपान की आदतों के बारे में जानकारी ली गई।
एसोचैम के महासचिव डी. एस. रावत ने कहा, बड़े वेतन पैकेज वाली ज्यादातर युवा महिलाएं आमतौर पर समूह में धूम्रपान करतीं हैं, ऐसी महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि कभी-कभार सिगरेट पीना उनके दिल को स्वस्थ रखने के लिहाज से ठीक नहीं है।
यह सर्वेक्षण अहमदाबाद, बेंगलूरू, चेन्नई, दिल्ली- एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे जैसे महानगरों में किया गया है।
महासचिव डी. एस. रावत ने कहा, महानगरों में स्थित बड़े व्यावसायिक केन्द्रों में अपने साथी कर्मचारियों के साथ फुर्सत के क्षणों में सिगरेट पीती युवा महिलाओं के समूह को देखा जा सकता है, यह वास्तव में परेशान करने वाला रुझान है। सर्वेक्षण में शामिल दो प्रतिशत महिलाओं ने तो कहा है कि वह दिन में एक पैकेट अथवा इससे भी ज्यादा सिगरेट पी जातीं हैं। इनमें से ज्यादातर ने इस आदत के लिए प्रतिस्पर्धा और कामकाज के दबाव को मुख्य वजह बताया।
सर्वेक्षण के मुताबिक कुछ ने तो यह भी कहा कि वह वजन कम रखने के लिए सिगरेट पीतीं हैं। 40 प्रतिशत ने कहा कि वह दिन में केवल दो- तीन या फिर कभीकभार ही सिगरेट पीतीं हैं। कुछ ने कहा कि वह शराब पीते समय ही मित्र दोस्तों के साथ सिगरेट पीतीं हैं। 12 प्रतिशत ने कहा कि वह बहुत कम सिगरेट पीतीं हैं। इससे उन्हें आकर्षक, स्वतंत्र और आम लोगों से हटकर दिखना महसूस होता है।
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इनपुट भाषा
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