मैं देश को करतारपुर साहिब कॉरिडोर समर्पित कर रहा हूं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को शुक्रिया : पीएम नरेंद्र मोदी

पिछले कई दशकों से करतारपुर कॉरिडोर का इंतज़ार कर रहे भारतीय सिखों के सपने को आज (09 नवंबर) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया और पंजाब स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Kushal MishraKushal Mishra   9 Nov 2019 7:43 AM GMT

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मैं देश को करतारपुर साहिब कॉरिडोर समर्पित कर रहा हूं, पाकिस्तान  के प्रधानमंत्री को शुक्रिया : पीएम नरेंद्र मोदीपंजाब के डेरा बाबा नानक में करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन के कार्यक्रम स्थल पर सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। फोटो साभार : टि्वटर

पिछले कई दशकों से करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) का इंतज़ार कर रहे भारतीय सिखों के सपने को आज (09 नवंबर) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया और पंजाब स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य पर इस ख़ास कॉरिडोर के पूरा होने पर सिख समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "यह मेरा सौभाग्य है कि मैं देश को करतारपुर साहिब कॉरिडोर समर्पित कर रहा हूं। जैसे अनुभूति सिख साथियों को कार्य सेवा के प्रति होती है, वही भाव मैं इस वक्त महसूस कर रहा हूं। मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं।"

सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष करतारपुर में बिताए थे। दरबार साहिब करतारपुर को पाकिस्तान में सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में गिना जाता है। दुनिया भर के सिख लंबे समय से करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग कर रहे थे।

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करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन के कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में मौजूद रहे सिख समुदाय के लोग । फोटो साभार : टि्वटर

प्रकाशोत्सव पर प्रधानमंत्री ने कहा, "आज शिरोमणि गुरुदवारा प्रबंधक कमेटी ने मुझे पुरस्कार भी दिया। मैं इस पुरस्कार को गुरुनानक देव जी के चरणों में समर्पित करता हूं। आज इस पवित्र भूमि से मैं प्रार्थना करता हूं कि मेरे भीतर का सेवाभाव ऐसे ही बढ़ता रहे। गुरुनानक जी के 550वें प्रकाशोत्सव से पहले इंट्रीगेटेड चेकपोस्ट, करतारपुर साहब कॉरिडोर का आरंभ होना, हम सभी के लिए दोहरी खुशी लेकर आया है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "इस कॉरिडोर के बनने के बाद अब गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन आसान हो जाएंगे। इस कॉरिडोर को तय समय में बनाने वाले हर श्रमिक साथी का मैं बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।"

"मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का भी सम्मान करता हूं कि उन्होंने भारत की भावनाओं को समझा और सम्मान दिया और उसी भावना के अनुरूप कार्य किया। मैं पाकिस्तान के श्रमिक साथियों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इतनी जल्दी कार्य निपटाने का प्रयास किया," प्रधानमंत्री ने कहा।

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प्रधानमंत्री ने कहा, "गरुनानक देव एक गुरु ही नहीं, बल्कि जीवन का आधार हैं। हमारे संस्कार, हमारी संस्कृति, हमारे मूल्य, हमारे विचार, हमारी सोच, हमारी वाणी, हमारे बोल ये सब गुरुनानक देव जी द्वारा ही गढ़ी गई हैं। गुरुनानक देव पूरी मानवता के लिए जीवन का आधार हैं।

उन्होंने कहा, "अपनी यात्राओं का मकसद खुद गुरुनानक जी ने बताया था कि वह हमारे देश पर हमारे समाज पर जो अंधकार की समस्या छाई हुई थी, उससे बाहर निकालने के लिए चल पड़े थे। भारत की चेतना को जगाए रखने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।"

"एक तरफ गुरुनानक जी समाज को एकता, भाईचारे और सोहार्द का रास्ता दिखाया, दूसरी तरफ उन्होंने सच्चाई और ईमानदारी की भी सीख दी। उन्होंने सीख दी कि अगर हम अपने मूल्यों पर अडिग रहते हैं तो समृद्धि स्थाई होती है," प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।


सिख समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "करतारपुर के कण-कण में गुरुनानक देव जी के पसीने की महक मिली हुई, इसी धरती पर उन्होंने अपनी फसल को मिल कर बांट कर खाने की सीख दी है। यह कॉरीडोर हमेशा हमारे समाज को आगे ले जाएगा। उन्होंने सिखाया है कि बिना किसी भेदभाव के हम सभी काम करते हैं तो प्रगति होना संभव होता है। करतारपुर में ही उन्होंने प्रकृति के महत्व की सीख दी। आज जब पर्यावरण की बात होती है तो प्रकृति के प्रति दी गई उनकी सीख ही हमारे लिए अहम रहती हैं।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "गुरुदेव ने पानी को लेकर चिंता जताई थी और कहा था कि पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि पानी से ही सभी को जीवन मिलता है। लोग लापरवाह हो गए, लेकिन गुरु की वाणी यही कह रही है कि वापस लौटो। गुरु ने जो कुछ हमें सौंपा है हमें उससे सीख लेनी चाहिए।"

"गुरुनानक जी की इन विचारों को कीर्तन, प्रभात फेरी के जरिए पूरे देश में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। गुरुनानक जी के प्रयासों की पहुंच सभी तक हो, इसके लिए गुरुवाणी को अलग-अलग भाषाओं में अनुवादित किया जा रहा है। ऐसा काम विदेशों में भी किया जा रहा है," उन्होंने कहा।

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प्रधानमंत्री ने कहा, "केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है कि कई सालों से कुछ लोगों को भारत में आने में जो दिक्कत थी, उन दिक्कतों को दूर कर दिया गया है। अब वे आसानी से वीजा के लिए अप्लाई कर सकेंगे और यहां गुरुओं के स्थानों पर अरदास कर सकेंगे। वहीं कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद अब वहां रह रहे सिख समुदाय के लोगों को भी वे सभी सुविधाएं मिलेंगी जो यहां सभी के लिए हैं।"

उन्होंने कहा, "सिख साथियों का आजादी की लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रहा है और केंद्र सरकार सिख समुदाय पर विशेष ध्यान दे रही है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "गुरुनानक जी कहा करते थे कि संसार में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। ऐसे में हम संकल्प लें कि गुरुनानक जी के वचनों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे। हम भारत का अहित सोचना वालों से सचेत रहेंगे और पर्यावरण के साथ तालमेल बिठाते हुए विकास के मार्ग को सशक्त करेंगे। गुरुनानक जी के विचार आज भी विश्व के लिए प्रासंगिक हैं।"


   

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