आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की ज़रूरत- प्रधानमंत्री
तीन दिनों की भारत यात्रा पर आए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसिओ माक्री। दोनों देशों के बीच पर्यटन, रक्षा, कृषि, सूचना एवं प्रोद्योगिकी आदि से सम्बन्धित कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
गाँव कनेक्शन 18 Feb 2019 11:42 AM GMT
लखनऊ। भारत की राजधानी नई दिल्ली के हैदराबाद भवन में आज 18 फरवरी 2019 को भारत और अर्जेंटीना गणतंत्र के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसिओ माक्री अपने परिवार के साथ 3 दिन के दौरे पर भारत आए हैं। वे 17 से 19 फरवरी तक भारत में रहेंगे।
इस बीच आज भारत और अर्जेंटीना के बीच पर्यटन, रक्षा, कृषि, सूचना एवं प्रोद्योगिकी आदि से सम्बन्धित कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि, "आज हमने अपने व्यवसायिक अनुबंधों (commercial engagement) को बढ़ाने के लिए विशिष्ट तरीकों की पहचान की है। मुझे ख़ुशी है कि राष्ट्रपति माक्री के साथ अर्जेंटीना की अनेक महत्वपूर्ण कंपनियों के प्रतिनिधि आए हैं। भारत और अर्जेंटीना कई मायनों में एक दूसरे के पूरक हैं। हमारा यह प्रयास है कि आपसी हित के लिए इनका पूरा लाभ उठाया जाए।"
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा-
"अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के क्षेत्र में हमारा सहयोग लगातार बढ़ रहा है। रक्षा सहयोग (Defence Cooperation) के संबंध में आज जिस समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं, वह रक्षा क्षेत्र में हमारे सहयोग को एक नया स्वरुप देगा। अब सारी दुनिया को आतंकवाद और उसके समर्थकों के विरुद्ध एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। आतंकवादियों और उसके मानवता विरोधी समर्थकों के खिलाफ कार्यवाही से हिचकना भी आतंकवाद को बढ़ावा देना है।"
उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति माक्री की यह यात्रा विशेष वर्ष में हो रही है; दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना का यह 70वां वर्ष है।
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"राष्ट्रपति माक्री के साथ मेरी आज पांचवी मुलाकात दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों की तेज़ रफ़तार और बढ़ते महत्व को दर्शाती है। हमने यह साबित कर दिया है कि दोनों देशों के बीच 15,000 किलोमीटर की दूरी एक संख्या मात्र है,"- वो आगे कहते हैं।
प्रधानमंत्री कहते हैं कि, "मैं और राष्ट्रपति माक्री, इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बहुत गंभीर खतरा है। पुलवामा में हुआ क्रूर आतंकवादी हमला, यह दिखाता है कि अब बातों का समय निकल चुका है। दोनों देशों ने अपने साझा मूल्यों और हितों को देखते हुए शांति, स्थिरता, आर्थिक प्रगति और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए, अपने संबंधों को स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप बनाने का निर्णय लिया है।"
इसके बाद राष्ट्रपति मॉरिसिओ माक्री ने 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले में मारे गए जवानों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि, "हम हर तरह के आतंकवादी हमले का विरोध करते हैं। हम पूरी तरह से भारत के साथ हैं और मानवता पर इस तरह के हमलों के विरूद्ध लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
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