भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022: केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा- पिछले 8 वर्षों में मक्के की एमएसपी 43% बढ़ाई गई

मुर्गी पालन क्षेत्र में मक्का की बढ़ती मांग से भारतीय मक्का क्षेत्र को फायदा होने की संभावना है। घरेलू स्तर पर मक्का की मांग इसके उत्पादन के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रही है।

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भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022: केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा- पिछले 8 वर्षों में मक्के की एमएसपी 43% बढ़ाई गई

देश के प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की ने ’भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022’ के 8वें संस्करण का आयोजन किया। फोटो: पिक्साबे

कई तरह के खाद्य पदार्थों के साथ ही मक्के का इस्तेमाल कुक्कट पालन और एथेनॉल उत्पादन सहित कई क्षेत्रों में होने से न केवल भारत में बल्कि विश्व में भी मक्का की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022 का आयोजन किया गया।

सम्मेलन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है सरकार फसलों के विविधीकरण कार्यक्रम के तहत, विभिन्न पहलों के जरिये किसानों को मक्का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। साथ ही, सरकार ने विभिन्न पहल व पैकेजों से उद्यमियों को भी समर्थन किया है।

उन्होंने कहा कि पिछले लगभग 8 साल के दौरान मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 43 प्रतिशत बढ़ाया गया है। इसके साथ ही मक्का का उत्पादन बढ़ने से किसानों को भी इसका काफी लाभ मिला है।

देश के प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की ने 'भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022' के 8वें संस्करण का आयोजन किया, जिसके मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह थे। कृषि मंत्री ने मक्का क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार के भरपूर समर्थन का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि कृषि हमारे देश की रीढ़ के समान है, जिसने कोविड-19 सहित हर संकट में देश की मदद की है। कृषि उत्पादों के निर्यात में वृद्धि भी उत्साहवर्धक रही है, जिसका आंकड़ा लगभग चार लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

उन्होंने भारतीय कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में कहा कि मौजूदा रूस-यूक्रेन संकट के दौरान वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए सरकार गेहूं का निर्यात सुनिश्चित करने पर काम कर रही है। यह हमारे लिए बड़े गर्व का विषय है कि दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे किसानों द्वारा पैदा किए गए गेहूं सहित अन्य कृषि उत्पादों का उपयोग किया जा रहा है।

इस अवसर पर फिक्की व यस बैंक की 'भारतीय मक्का क्षेत्र पर तैयार रिपोर्ट-''इंडियन मैज सेक्टर-सिक्यूरिंग सप्लाई सस्टेनेबली'' को भी जारी किया गया।

दुनिया में सबसे ज्यादा मक्का अमेरिका में पैदा होता है, जिसके बाद चीन और ब्राजील का नंबर आता है। भारत में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मक्के की बड़े पैमाने पर खेती होती है।

मक्का दुनिया की सबसे ज्यादा खाई जाने वाली फसल है। मक्के की रोटी और भुट्टे के अलावा पॉप कॉर्न, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, कॉर्न फ्लेक्स जैसे तमाम रूपों में मक्का दुनिया का पेट भरता है। मक्के को जहां इंसान खाते हैं, वहीं इससे पशुओं के लिए चारा, और मुर्गियों और सूकरों के लिए दाना बनाया जाता है।

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