मिराज-2000: पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर तबाही मचाने वाला लड़ाकू विमान, जानें इसकी ख़ूबियां

Shabnam KhanShabnam Khan   26 Feb 2019 9:21 AM GMT

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मिराज-2000: पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर तबाही मचाने वाला लड़ाकू विमान, जानें इसकी ख़ूबियां

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एक बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार तड़के तकरीबन 3 बजे वायुसेना के 12 मिराज 2000 (Mirage 2000) लड़ाकू विमानों ने एलओसी पार करके बालाकोट इलाके में दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसे भारत की सर्जिकल स्ट्राइक 2 कहा जा रहा है।

माना जा रहा है कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी आत्मघाती हमले में शहीद हुए 40 जवानों का बदला लेने के लिए और आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद व उसे समर्थन देने वाले पाकिस्तान को जवाब देने के लिए यह कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई के तुरंत बाद हर भारतीय की ज़बान पर Mirage-2000 का नाम है। आइए जानते हैं, वायुसेना के इस फाइटर प्लेन के बारे में। आख़िर क्या हैं इसकी खूबियां, जिसकी वजह से इंडियन एयरफोर्स ने इस हमले के लिए इसका इस्तेमाल किया।

फ्रांस की कंपनी 'डासो एविएशन' के बनाए गए मिराज-2000 की पहली उड़ान 10 मार्च 1978 को हुई थी। इसी कंपनी ने रफ़ाल भी बनाया था। इस विमान की लंबाई 47 फ़ीट है और वज़न 7500 किलो। भारत ने 80 के दशक में पहली बार मिराज-2000 लड़ाकू विमानों को ख़रीदा था। तब 36 विमान खरीदे गए थे। भारत समेत, 9 देशों की एयरफोर्स के पास मिराज 2000 हैं।

ज़बरदस्त क्षमता

दुनियाभर के सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन यानी लड़ाकू विमानों की फहरिस्त में मिराज-2000 10वें पायदान पर आता है। यह विमान डीईएफए 554 ऑटोकैन से लेस है। यग विमान बड़े रॉकेट्स और मिसाइल को वहन करने में सक्षम है। यह एक बार में १७ हज़ार किलोग्राम भार ले जा सकता है। यह विमान एक घंटे में 2495 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसमें चौथी जनरेशन का सिंगल इंजन लगा हुआ है।

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ज़मीन के साथ हवाई हमला

मिराज-2000 की एक खूबी यह है कि यह ज़मीन पर भारी बमबारी तो कर ही सकता है, इसके साथ ही साथ, यह हवा में भी मार कर सकता है। यानी, हवा में मौजूद दुशम्न के दूसरे विमानों, लड़ाकू विमानों को भी निशाना बना सकता है। इसकी रेंज 1480 किलोमीटर है। यह एक बार में 1480 किलोमीटर दूर के ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर सकता है। यह लेज़र गाइडेड बम (एलजीबी) दागने में भी सक्षम है।

हाइवे पर उतारा जा सकता है

'मिराज 2000' लड़ाकू विमानों को आपातकाल की स्थिति में किसी भी हाईवे पर उतारा जा सकता है। इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि ज़रूरत पड़ने पर इसे राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी उतारा जा सके। 21 मई, 2015 को मिराज-2000 दिल्ली के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर इसे सफलतापूर्वक उतारा जा चुका है। इसकी एक खूबी यह भी है कि इसे हर तरह के मौसम में उड़ाया जा सकता है।

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पहले भी किया जा चुका है इस्तेमाल

इससे पहले भी भारतीय वायुसेना के इस लड़ाकू विमान मिराज-2000 का दुश्मनों के ख़िलाफ इस्तेमाल किया जा चुका है। 1999 में करगिल की लड़ाई के दौरान इस फाइटर प्लेन ने बहुत अहम भूमिका निभाई थी। इसने दुश्मन के ठिकानों पर लेज़र गाइडेड बम दागे थे। उनके बंकरों को ध्वस्त कर दिया था।


    

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