दिग्गज मुक्केबाजों को दो साल से नहीं मिली पेंशन, मंत्रालय ने कहा इस महीने से मिलेगी

राष्ट्रमंडल खेल 2006 के स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार और आठ अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीतने वाले सुरंजय उन मुक्केबाजों में शामिल हैं जिन्हें पेंशन जारी होने का इंतजार है।

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
दिग्गज मुक्केबाजों को दो साल से नहीं मिली पेंशन, मंत्रालय ने कहा इस महीने से मिलेगी

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। मुक्केबाजी में भारत के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक अखिल कुमार और पूर्व एशियाई चैंपियन एम सुरंजय सिंह सहित भारत के दिग्गज मुक्केबाजों को 2017 से अपनी पेंशन का इंतजार है। खेल मंत्रालय ने कहा है कि खिलाड़ियों का इंतजार इस महीने खत्म होगा क्योंकि पेंशन देने के लिए जरूरी राशि जुटा ली गई है।

2009 एशियाई चैंपियनशिप और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सुरंजय सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया, "मैंने 2017 में पेंशन के लिए आवेदन भेजा था। मैंने हर बार अधिकारियों को इस बारे में याद भी दिलाया लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि प्रक्रिया जारी है। मुझे नहीं पता कि समस्या कहां है?"

खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर विलंब की बात स्वीकार की और कहा कि कोष जुटाने की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है। पेंशन इस महीने जारी कर दिया जाएगा। अधिकारी ने कहा, मंत्रालय ने एलआईसी को पांच करोड़ रुपये का कोष दिया है जिससे इन मुक्केबाजों को पेंशन जारी की जाएगी। अधिकारी ने यह भी बताया कि खेल मंत्रालय को वित्त मंत्रालय से कोष मिलने का इंतजार था और यह पूरी प्रक्रिया पिछले महीने ही पूरी हुई है। लेकिन मार्च वित्तीय वर्ष का अंत था। वित्त मंत्रालय ने हमें इस महीने ही पैसा जारी करने की सलाह दी है।

विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अखिल कुमार ने हालांकि इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इन दोनों के अलावा 2006 राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता जितेंद्र कुमार और 2002 विश्व चैंपयनशिप की कांस्य पदक विजेता ज्योत्सना ने भी पेंशन के लिए आवेदन किया था। आपको बता दें कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी पेंशन योजना के अनुसार प्रति माह पेंशन देने की व्यवस्था की गई है।

ओलंपिक और पैरालंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को प्रति माह 20000 रुपए, विश्व कप या प्रत्येक चार साल में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता को 16000 रूपए जबकि राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता को प्रति माह 14000 रुपए दिए जाने की योजना इस पेंशन स्कीम में है। पेंशन का आवेदन करने के लिए खिलाड़ी की उम्र 30 बरस से अधिक होनी चाहिए और उसने खेल से संन्यास ले लिया हो। पेंशन का भुगतान भारतीय जीवन बीमा निगम के जरिए किया जाएगा।


(भाषा से इनपुट के साथ)

   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.