माहवारी पर बनी भारत की शॉर्ट फिल्म 'पीरियड. द एंड ऑफ सेंटेंस' को मिला ऑस्कर
भारत के लिए एक दशक बाद ऐसा मौका आया है, जब किसी फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड मिला है।
गाँव कनेक्शन 25 Feb 2019 6:12 AM GMT
लखनऊ(भाषा). भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में पीरियड के समय महिलाओं को होने वाली समस्या और पैड की अनुपलब्धता को लेकर बनी एक शॉर्ट फिल्म 'पीरियड. द एंड ऑफ सेंटेंस' को डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार मिला है।
इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन ईरानी-अमेरिकी निर्देशक राईका जेहताबची ने किया है जबकि इसे भारतीय प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की सिखिया एंटरटेनमेंट ने प्रोड्यूस किया है। यह डॉक्यूमेंट्री ऑकवुड स्कूल इन लॉस एंजिलिस के छात्रों और उनकी शक्षिका मिलिसा बर्टन द्वारा शुरू किए गए पैड प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
WE WON!!! To every girl on this earth... know that you are a goddess... if heavens are listening... look MA we put @sikhya on the map ❤️
— Guneet Monga (@guneetm) February 25, 2019
जेहताबची ने ऑस्कर पुरस्कार करते हुए भावुक हो उठी। उन्होंने कहा, 'मैं इसलिए नहीं रो रही हूं कि मेरा माहवारी चल रहा। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि माहवारी को लेकर बनी कोई फिल्म ऑस्कर जीत सकती है।'
वहीं बर्टन ने इस पुरस्कार को अपने स्कूल को समर्पित करते हुए कहा कि इस फिल्म का जन्म इसलिए हुआ क्योंकि लॉस एंजिलिस के मेरे विद्यार्थी और भारत के लोग बदलाव लाना चाहते थे।
इस डॉक्यूमेंट्री को दिल्ली से 60 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर प्रदेश के हापुड़ नामक जिले में फिल्माया गया। यह फिल्म एक सामान्य पर्शेप्शन से शुरू होता है जिसमें भारतीय लोगों के पीरियड के बारे में अज्ञान और अनभिज्ञता को दर्शाया गया है। जब महिलाओं से पीरियड के बारे में पूछा जाता है तो कोई शरमाता है, तो कोई एकदम से गंभीर और शांत हो जाता है। कई पुरूष इसे बीमारी भी मानते हैं। कुछ वृद्ध महिलाएं इसे भगवान से भी जोड़ कर देखती हैं।
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डॉक्यूमेंट्री के दूसरे भाग ंमें शबाना सहित कुछ महिलाओं को दिखाया जाता है, जो पीरियड के बारे में गांवों में जागरूकता फैलाती हैं और 'फ्लाई' नाम के पैड का कारोबार करती हैं। शबाना फिल्म के एक भाग में बोलते हुए पाई जाती हैं, 'बहुत कुछ बदला है, बहुत कुछ बदलना बाकी है।'
भारत के लिए ऑस्कर जीतने का यह क्षण एक दशक के बाद आया है, जब म्यूजिक डायरेक्टर ए. आर. रहमान और साउंड इंजीनियर रसूल पोकुट्टी को स्लमडॉग मिलेनियर के लिए 2009 में ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
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'ग्रीन बुक' को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवॉर्ड मिला है। जबकि 'बोहेमियन रैपसोडी' में काम करने के लिए रैमी मैलेक को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला है। वहीं 'दि फेवरिट' में अभिनय करने वाली ओलिविया कोलमैन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है। महैरशाला अली को ग्रीन बुक के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला है।
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