पाकिस्तान ने जम्मू में इस साल संघर्ष विराम का 100 बार से ज्यादा उल्लंघन किया 

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पाकिस्तान ने जम्मू में इस साल संघर्ष विराम का 100 बार से ज्यादा उल्लंघन किया जम्मू में संघर्ष विराम।

जम्मू (भाषा)। जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस साल के पहले नौ महीने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का 105 बार उंल्लघन किया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''जम्मू कश्मीर के जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस साल के पहले नौ महीनों में संघर्ष विराम का 105 बार उल्लंघन किया है।''

उन्होंने कहा कि इस दौरान गोलाबारी में बीएसएफ के एक जवान और एक महिला की मौत हुई है और सात बीएसएफ और 12 नागरिक जख्मी हो गए। रेंजर्स ने जम्मू, सांबा और कठुआ जिले में करीब 200 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे 30-40 गाँवों पर मोर्टार बम्बों और भारी हथियारों से हमला किया है। उन्होंने जम्मू जिले के अरनिया शहर को भी निशाना बनाया है।

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पिछले महीने उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जम्मू सेक्टर में रह रहे 10,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर-बार छोड़कर जाने को मजबूर किया क्योंकि वहां दहशत का माहौल बन गया था। अधिकारी ने कहा कि पिछले साल पाकिस्तान ने 204 बार संघर्ष विराम तोड़ा था।

बीएसएफ ने कहा कि गोलाबारी और गोलीबारी में बीएसएफ के तीन कर्मियों और आठ नागरिकों सहित 11 लोगों की मौत हुई थी तथा बीएसएफ के 14 कर्मियों और 44 नागरिकों सहित 56 अन्य जख्मी हुए थे। वर्ष 2015 में 152 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ था जिसमें बीएसएफ के चार कर्मियों की मौत हुई थी।

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वर्ष 2002 से 12,000 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हो चुका है, जिसमें 144 सुरक्षा बलों सहित 313 लोगों की मौत हुई है। संघर्ष विराम का सबसे ज्यादा बार उल्लंघन 2002 में हुआ था। तब 8376 घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज की गईं थी जबकि 2003 में 2045 संघर्ष विराम तोड़ा गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नवंबर 2003 में संघर्ष विराम हुआ था। वर्ष 2004, 2005 और 2007 में सीमा पर ऐसे उल्लंघन की कोई घटना नहीं हुई थी।

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