झारखंड के 18वें स्थापना दिवस पर राज्य हुआ ओडीएफ, 1100 करोड़ रुपए की योजनाओं का शुभारम्भ

झारखंड की छवि अब बदल रही है। सखी मंडल की बहनों, रानी मिस्त्री और जन प्रतिनिधियों के सहयोग से एक साल पहले ही राज्य खुले में शौच मुक्त हो चुका है।

Neetu SinghNeetu Singh   15 Nov 2018 3:14 PM GMT

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झारखंड के 18वें स्थापना दिवस पर राज्य हुआ ओडीएफ, 1100 करोड़ रुपए की योजनाओं का शुभारम्भ

रांची। बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड के 18वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने राज्य को खुले में शौच मुक्त घोषित किया। इस दौरान 1100 करोड़ की योजनाओं का शिलांन्यास किया गया।

झारखंड स्थापना दिवस पर रांची के मोराबादी मैदान में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रघुवरदास ने सवा तीन करोड़ झारखंडवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, "झारखंड की छवि बदल रही है। एक साल पहले ही राज्य ओडीएफ हो चुका है। खुले से शौच मुक्त होने में मुख्य भूमिका सखी मंडल की बहनों, रानी मिस्त्री, जल सहिया मुखिया और जन प्रतिनिधियों की रही है।"

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उन्होंने आगे कहा, "अगर राज्य को आगे बढ़ाना है तो महिलाओं को आगे बढ़ाना होगा। ये देश का पहला राज्य है जहाँ महिलाओं के नाम 50 लाख तक की सम्पत्ति की रजिस्ट्री मात्र एक रुपए में होती है। इस योजना के तहत अबतक राज्य में एक लाख 10 हजार से ज्यादा महिलाओं के नाम रजिस्ट्री हो चुकी है। तीन जिले पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो चुके हैं और चार जिलों के हर घर में पहले ही बिजली पहुंच चुकी है। झारखंड के हर घर में 2018 तक बिजली पहुंच जायेगी।"



मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवरदास ने 1100 करोड़ की योजनाओं का उद्धाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हम योजनाओं का उद्घाटन करने से ज्यादा उसके क्रियान्वयन पर भरोसा करते हैं।" कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा, "हम सशक्त और समृद्ध झारखंड बनाना चाहते हैं आज से झारखंड 18 साल पूरा करके अपने युवा अवस्था में प्रवेश कर चुका है। आदिवासियों के विकास और पलायन को रोकने के लिए लगातार यहाँ की सरकार काम कर रही है। राज मिस्त्रियों की तर्ज पर महिलाओं को रानी मिस्त्री बनाया गया है।"

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15 दिन तक चलने वाले कृषि पखवाड़े का शुभारम्भ भी आज किया गया। इसके तहत हर कृषि विज्ञानं केन्द्रों पर किसानों की समस्याएं सुनी जाएंगी और मिट्टी की जांच होगी। इसका समापन रांची में 28-29 नवम्बर को दो दिवसीय ग्लोबल सम्मिट में किया जाएगा। जिसमें किसान और वैज्ञानिक अपने विचारों का आदान प्रदान करेंगे। यहाँ के किसानों को पहली बार इजराइल भेजा गया जिससे वो कम पानी में खेती की तकनीक सीखकर दूसरे किसानों को भी ट्रेंड करेंगे। इस मौके पर 649 राजस्व कर्मचारियों को राजस्व उपनिरीक्षक का और 64 अमीन को न्युक्ति पत्र दिए गये। बाहरवीं के 1325 शिक्षकों को न्युक्ति पत्र दिए जाने की घोषणा हुई जिसमें दो शिक्षकों को मौके पर न्युक्ति पत्र मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने दिया।



कार्यक्रम के दौरान पारा शिक्षकों ने मोराहाबादी मैदान में नारेबाजी शुरू कर दी। कुर्सियां फेंकी और इस दौरान भगदड़ मचनी शुरू हो गयी। आंसू के छह गोले दागे गये और पुलिस वालों ने शिक्षकों पर लाठी चार्ज किया। स्थिति को काबू पाने के लिए पुलिस वालों को फायरिंग भी करनी पड़ी। रैफ के जवानों ने कुछ पत्रकारों पर लाठी बरसा दीं। अलग-अलग जगहों पर नारेबाजी कर रहे 15000 से ज्यादा शिक्ष">कों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

         

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