भारत के एक लाख गांवों में पानी की समस्या पर काम करेंगे ‘कृषि जलदूत’ 

Sudha PalSudha Pal   7 May 2017 7:36 PM GMT

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भारत के एक लाख गांवों में पानी की समस्या पर काम करेंगे ‘कृषि जलदूत’ बुंदेलखंड में पानी समस्या का एक दृश्य....।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। भारत के कई राज्य ऐसे हैं जहां सूखे और पानी का संकट बना हुआ है जिससे किसानों के साथ बाकी लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। देश के कुछ प्रमुख जलाशयों के जलस्तर में लगातार आई गिरावट से पानी का संकट बना हुआ है। लोगों को इस संकट से निकालने के लिए नाबार्ड की तरफ से जल संरक्षण के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है जिसमें कृषि जलदूत अहम भूमिका में नज़र आएंगे।

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राष्ट्रीय कृषि एवं जिला विकास बैंक (नाबार्ड) एक अभियान चलाएगा, ‘जल जीवन है’। इस अभियान के लिए कृषि जलदूत बनाए जाएंगे जो प्रभावित क्षेत्रों के जल स्रोतों के रखरखाव, संरक्षण और उनके पुनर्वास पर काम करेंगे। इसके साथ ही ये सिंचाई योजनाओं पर भी काम करेंगे जिससे किसानों की पानी की कमी से होने वाली सिंचाई समस्या को सुलझाया जा सके।

देश के 21 राज्यों के 200 जिलों के एक लाख गांवों में अभियान चलाया जाएगा जिसमें गांव के कृषि और जल संबंधी प्रस्तावों का डाटा बेस तैयार होगा।
भोला प्रसाद सिंह, नाबार्ड प्रबंधक

अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान के संस्थापक गोपाल भाई ने कहा, “कृषि जलदूत गांव का एक प्रभावकारी व्यक्ति होगा। चयनित गांवों का डाटाबेस तैयार कर सरकार, नाबार्ड और क्रियान्वयन एजेंसी के पास भेजा जाएगा। 4500 प्रेरक तैयार किए जाएंगे जो जल संकट से निपटने का प्लान तैयार कर सरकार के काम में सहयोगी होंगे।”

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कृषि जलदूतों को जल संकट से निपटने और संरक्षण के लिए प्रशिक्षण के साथ कुछ खास निर्देश दिए जाएंगे। इस अभियान में बुंदेलखंड के 415 गांव शामिल होंगे जिससे वहां सूखे की समस्या से लोगों को निजात मिल सके।

क्या कहती है केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय की रिपोर्ट?

केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने देश के प्रमुख 91 जलाशयों में जल स्तर की ताजा रिपोर्ट जारी की है। इसके मुताबिक इन जलाशयों में फिलहाल 48.42 बीसीएम (अरब घन मीटर) जल का संग्रहण आंका गया है, जो सात महीने पहले यानि अक्टूबर के आखिरी में 115.457 अरब घन मीटर था। इस तरह इस दौरान 67.37 बीसीएम यानि 58 फीसदी से ज्यादा पानी के स्तर में गिरावट दर्ज की गई है।

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देश के इन राज्यों में तेजी से गिर रहा जलस्तर

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार देश के हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में तेजी से जल स्तर में गिरावट देखी जा रही है। इतना ही नहीं, यहां के प्रमुख जलाशयों में पिछले साल की तुलना में जल भंडारण दर्ज किया गया है। वहीं पंजाब, राजस्थान,झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में फिलहाल स्थिति सामान्य बनी हुई है।

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