उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में आज हुई हिंसक झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गयी है, इसकी पुष्टि अपर जिलाधिकारी संजय सिंह ने गांव कनेक्शन से की।
यह लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में आठ लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि है जहां प्रदर्शन कर रहे किसान और स्थानीय नेताओं के समर्थक आज भिड़ गए। जिला प्रशासन का कहना है कि भारी पुलिस तैनाती से स्थिति पर काबू पा लिया गया है, लेकिन तनाव काफी बढ़ गया है।
बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के तिकुनिया स्थित गांव का दौरा कर रहे थे, जब तीन केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और स्थानीय राजनीतिक नेताओं के बीच झड़प हो गई।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तिकुनिया इलाके में विवाद, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसानों पर गाडियां चढ़ाने का आरोप, संयुक्त किसान मोर्चा के बयान के मुताबिक 3 किसानों की मौत कई घायल, मृतक और घायलों की पुष्टि नहीं #lakhimpurkhiri pic.twitter.com/9Memfbat6p
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हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने इस घटना में अपने बेटे की मौजूदगी से इनकार किया है। “लखीमपुर खीरी में हिंसा वाली जगह पर मेरा बेटा मौजूद नहीं था; वीडियो सबूत हैं, “उन्होंने कहा।
My son was not present at the place of Lakhimpur Kheri incident; have video evidence: MoS Home Ajay Kumar Mishra to PTI
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मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर पथराव किया गया जो पलट गई और दो व्यक्ति इसके नीचे आ गए और उनकी मौत हो गई। मंत्री ने यह भी दावा किया कि इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
इस बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अज्ञात लोगों ने लाठियां से एक सड़क के किनारे घास के मैदान पर एक व्यक्ति के बेजान शरीर को पीटते हुए दिखाया, जबकि दूसरा शरीर कुछ फीट दूर घास में पड़ा था।
संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कांफ्रेंस में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में आज दिन में हुई हिंसा के विरोध में तीन मांगे रखीं हैं, यहां पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मौत हो गई।
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव जोकि नौ सदस्यीय समन्वय समिति में से एक हैं, ने कहा, “आज की हिंसा में चार किसानों की मौत हो गई और दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं।”
योगेंद्र यादव ने आगे कहा, “आज जो हुआ वह बहुत ही बर्बर घटना है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। किसानों ने कोई भी उकसाने का काम नहीं किया न ही पत्थर फेंका।”
उन्होंने कहा, “किसानों को शांति बनाए रखनी चाहिए और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखना चाहिए।”
लखीमपुर खीरी हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी। क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं।
लखीमपुर खीरी हिंसा पर मुख्यमंत्री @myogiadityanath ने कहा, “घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी। क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं।”#लखीमपुर_खीरी #LakhimpurKheri pic.twitter.com/XlipgmGbhZ
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आज हुई हिंसा के जवाब में संयुक्त किसान मोर्चा ने चार मांगें रखीं हैं। सबसे पहली राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा (टेनी) के इस्तीफे की मांग। अजय कुमार मिश्रा खीरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं।
दूसरी मांग में धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाए और तीसरा घटना की जांच की जाए।
सयुंक्त किसान मोर्चा ने देश भर के किसानों संगठनों से तीन मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए कल, 4 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच सभी जिला कलेक्टर/जिलाधिकारी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।
एसआईकेएस के किसान सभा नेता पी कृष्णप्रसाद ने मीडिया को बताया कि सयुंक्त किसान मोर्चा ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफे और माफी की मांग की है, जिन्होंने तीन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आज 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया दौरे पर हंगामा हुआ, जिसमें अपुष्ट समाचार रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा मौर्य के स्वागत के लिए एकत्र हुए स्थानीय नेताओं के साथ संघर्ष के बाद हिंसा भड़क उठी थी।
गांव कनेक्शन ने लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौरसिया से बात की, जिन्होंने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है। हमने वहां पर भारी सुरक्षा तैनात की है। स्थानीय पुलिस और पीएसी ने इलाके को अपने नियंत्रण में ले लिया है।” हालांकि, हालांकि, डीएम ने झड़प में मृतकों की कुल संख्या के बारे में नहीं बताया।
डिप्टी सीएम के निर्धारित आगमन की खबर लखीमपुर खीरी के स्थानीय किसानों में फैल गई, हजारों किसान महाराजा अग्रसेन खेल के मैदान के हेलीपैड पर पहुंचे, जहां मौर्य को ले जाने वाला हेलीकॉप्टर आज उतरना था। किसानों द्वारा लैंडिंग साइट को कब्जे में ले लिया।
मौर्य का काफिला आखिरकार दोपहर करीब 12:00 बजे तिकुनिया पहुंचा और प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर इसे रोकने का प्रयास किया। बताया गया है कि उपमुख्यमंत्री मौर्य केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के तिकुनिया स्थित गांव का दौरा कर रहे थे, तभी किसानों और स्थानीय नेताओं के बीच झड़प हो गई
इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने एक बयान जारी कर बताया कि वह भी पहुंच रहें हैं।
“किसान लौट रहे थे और उन पर कर चढ़ा दी गई, उन पर गोली भी चलाई गई, जानकारी के अनुसार, कुछ लोग मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं। हम लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो रहे हैं और आधी रात तक वहां पहुंच जाना चाहिए।”