लखीमपुर खीरी रेप केस: तीन दिन पहले 13 साल की बच्ची के साथ हुए रेप के बाद हत्या की खबर अचानक क्यों आयी सुर्ख़ियों में?
यूपी के लखीमपुर खीरी में 13 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या की जाती है। लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर खबर आती है कि बच्ची की आंखें भी निकाली गईं थी, लेकिन पुलिस ने आंखे निकालने और जीभ काटने को अफवाह बताया है.. पढ़िए पूरी खबर
Neetu Singh 16 Aug 2020 11:02 AM GMT
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में 14 अगस्त की दोपहर करीब दो बजे 13 साल की एक लड़की खुले में शौच के लिए गयी थी, जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आयी तो घरवाले खोजने लगे। शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में पीड़िता का शव मिला। शुक्रवार देर रात दो नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सोशल मीडिया पर 15 अगस्त की रात से 13 साल की दलित बच्ची लखीमपुर खीरी रेप केस ट्रेंड कर रहा है। लखीमपुर खीरी रेप मामला ट्रेंड करने की मुख्य वजह यह रही कि बच्ची की रेप के बाद आंखें निकाल ली गईं और जीभ काटकर नृशंस हत्या की गई। ये घटना लखनऊ से लगभग 156 किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी जिले के ईसाननगर थाना क्षेत्र की है। मृतक बच्ची की माँ ने गांव कनेक्शऩ को फोन पर बताया, "गन्ने के खेत में जहाँ वो पड़ी थी वहीं बगल में उसका लोटा पड़ा था। उसकी आँख की जगह से खून निकला था, जवान (जीभ) मुंह से बाहर निकली थी।"
गांव कनेक्शन ने आंखें निकालने और जीभ काटने के मामले को लेकर जब खीरी जिले के पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र कुमार से बात की तो उन्होंने आँखे निकालने और जीभ काटने की खबर को एक अफवाह बताया। तीन दिन पहले घटी घटना अचानक से सुर्ख़ियों में क्यों आयी इस पर सतेन्द्र कुमार ने कहा, "किसी ने 15 अगस्त की रात को एक अफवाह फैला दी कि लड़की की दोनों आँखे निकाल ली गईं, जीभ काट दी गयी, तभी से ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पंचायतनामा में ऐसा कुछ नहीं निकला है सिर्फ रेप की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी हमारे पास मौजूद है जिसमें तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया है। अफवाह फैलाने वाले की तलाश जारी है।"
थाना ईसानगर जनपद खीरी क्षेत्रान्तर्गत बालिका की हत्या की घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक महोदय खीरी की बाइट pic.twitter.com/KHCbHVuRKk
— KHERI POLICE (@kheripolice) August 16, 2020
ये भी पढ़ें:कैसी है उस बच्ची की जिंदगी जो 12 साल की उम्र में रेप के बाद मां बनी थी?
"घर से दोपहर 2 बजे वो लोटा लेकर शौच के लिए गयी थी। जब हम बाहर से काम करके आये तो वो घर पर नहीं मिली। इधर-उधर खोजने लगे, बहुत देर तक जब वो नहीं मिली तो इसके पापा को बताया। हम लोग खेत तक 2 बार देखने गये। मन नहीं माना तो तीसरी बार गये, वहीं गन्ने के खेत में वो मरी मिली," फोन पर मृतक बच्ची की मां ने रोते हुए बताया।
इस मामले में लखीमपुर खीरी पुलिस ने घटना वाले दिन की रात को ही गांव के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। पीड़ित परिवार और पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों लड़के घटना के दौरान उसी गन्ने के खेत के बाहर देखे गए थे। मृतक बच्ची के पिता ने मीडिया में कई जगह ऐसा बयान दिया है।
गांव के प्रधान ने गांव कनेक्शन को बताया, "जिस खेत में लड़की का शव मिला था, उसके बाहर गांव के दो लड़के थे, बच्ची के पिता ने जब उनसे पूछा कि हमारी लड़की को कहीं देखा है तो उन्होंने हड़बड़ाहट में इनकार किया। दोनों लड़कों ने ये भी कहा कि वो सुबह से यहीं पर है और इधर कोई नहीं आया। लेकिन जब मृतका के पिता ने अंदर जाकर देखा तो उनकी बेटी अंदर पड़ी हुई थी। उसके दोनों पैर बंधे थे, गले में दुपट्टा बंधा था, वो मर चुकी थी।"
मृतका के पिता ने पुलिस को सूचना दी और शक के आधार पर उन दोनों लड़कों के खिलाफ धारा 302 के तहत नामजद मुकदमा दर्ज कराया। दोनों आरोपियों को 14 अगस्त की रात को ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।
लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र कुमार गाँव कनेक्शन को फोन पर बताते हैं, "मृतका के पिता ने जैसे ही थाने पर सूचना दी वैसे ही घटनास्थल पर पुलिस ने पहुंचकर डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता द्वारा दी गयी तहरीर में नामजद दोनों आरोपियों को उसी रात गिरफ्तार कर लिया गया था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है, पॉक्सो और रेप की धाराएं बढ़ा दी गयी हैं।"
ग्राम प्रधान मृतका के परिवार के बारे में बताते हैं, "दो भाईयों के बीच अकेली थी, घर में सबसे छोटी थी। पांचवी तक ही स्कूल पढ़ने गयी। हमने इनके घर शौचालय बनवाया है फिर भी पता नहीं क्यों वो बाहर गयी, हो सकता है उसका खेत पर जाने का मन रहा हो। 10 बिसुवा ही जमीन है, मेहनत मजदूरी करके इनका गुजारा होता है।"
उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है. भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 16, 2020
बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है? #NoMoreBJP
इस दिल दहला देनी वाली घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने ट्वीट कर सरकार पर सवाल उठाये।
यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गाँव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद व शर्मनाक। ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) August 15, 2020
"हमारी 70 साल की उम्र में गाँव में पहली बार ऐसी दर्दनाक घटना घटी है। सब इस घटना से दुखी हैं और गुस्से में भी। जो दो आरोपी पकड़े गये हैं उसमें एक की उम्र 25-26 साल होगी, शादीशुदा है वो। दूसरा 19-20 साल का होगा। ये दोनों ऐसा काम कर सकते हैं किसी ने नहीं सोचा था, " ग्राम प्रधान ने बताया।
ऐसा सुनने में आ रहा है कि बच्ची की आँख निकाली गईं और जीभ काटी गयी इस पर ग्राम प्रधान ने कहा, "नहीं, हमने तो मिट्टी देखी थी आँख के पास खरोंच बनी थी वो शायद इसलिए क्योंकि गन्ने का खेत था।"
More Stories