एलआईसी ने लॉकडाउन में अपने बीमा एजेंट्स को दी राहत, एडवांस में दिए 50-50 हज़ार रुपए

एलआईसी ने ऐसी संकट की घड़ी में अपने सभी बीमा एजेंट्स को एडवांस में 50-50 हज़ार रुपए देने का फैसला किया है।

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   30 April 2020 7:22 AM GMT

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एलआईसी ने लॉकडाउन में अपने बीमा एजेंट्स को दी राहत, एडवांस में दिए 50-50 हज़ार रुपए

लॉकडाउन में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपने बीमा एजेंट्स को बड़ी राहत दी है। एलआईसी ने ऐसी संकट की घड़ी में अपने सभी बीमा एजेंट्स को एडवांस में 50-50 हज़ार रुपए देने का फैसला किया है। इस फैसले से एलआईसी के छह लाख से ज्यादा बीमा एजेंट्स को मदद मिल सकेगी।

बीमा एजेंट्स को एलआईसी की ओर से वेतन नहीं दिया जाता है बल्कि किये गये बीमा व्यवसाय के कमीशन पर पारिश्रमिक तय होता है। इस लॉकडाउन के समय बीमा का काम न होने से ऐसे बीमा एजेंट्स के सामने आर्थिक तंगी आना स्वाभाविक है।

लखनऊ के एलआईसी की ट्रांस गोमती शाखा के विकास अधिकारी आरसी पाण्डेय ने बताया, "एलआईसी के शीर्ष प्रबंधन द्वारा पात्र बीमा एजेंट्स को पचास हजार रुपए 'कोरोना फंड एडवांस' के रूप में दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इस फण्ड का भुगतान दो किश्तों में किया जायेगा और कोई भी ब्याज नहीं लिया जायेगा।"

आरसी पाण्डेय बताते हैं, "निगम ने एजेंट्स की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए इस फंड का भुगतान डिजिटल फार्म के माध्यम से किया है, जब लॉकडाउन के बाद शाखा खुलेगी तब एजेंट्स से फंड आवेदन फार्म लिए जायेंगे। देश के सभी विकास अधिकारियों को एजेंट्स की लिस्ट बनाकर डिजिटल फार्म भरवाने का दायित्व सौंपा गया था जो समय से पूरा किया गया है।"


इसके अलावा आपदा की इस घड़ी में एलआईसी ने अपने दायित्वों का वहन करते हुए पीएम केयर फंड में 105 करोड़ रुपए का सहयोग भी किया।

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एलआईसी के चेयरमैन एमआर कुमार ने बताया, "देश इस वक्त एक बड़ी समस्या, वैश्विक महामारी कोविड-19 का सामना कर रहा है। एलआईसी देश और देशवाशियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। देश और देशवासियों की सुरक्षा और लोगों के राहत देने के लिए एलआईसी हरसंभव जरूरी कदम उठाएगा।"

पब्लिक सेक्टर कंपनी एलआईसी ऑफ़ इंडिया की स्थापना आजादी के बाद सन 1956 में 245 बीमा कंपनियों को मिलाकर की गयी थी। आज पूरे देश में चार हजार शाखा, डिविजन और जोन कार्यालय के साथ ये देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। मार्केट में 70 फीसदी हिस्सेदारी और 31 लाख करोड़ के फंड के साथ बीमा निगम 29 करोड़ पालिसी धारकों को सेवाएँ प्रदान करता है।

वहीं आल इंडिया एम्प्लोयी एसोसिएशन के राष्ट्रीय सह-सचिव राजीव निगम बताते हैं, "ये आपदा का समय है। एलआईसी अभिकर्ताओं के समस्याओं को लेकर संवेदनशील है और इसके लिए शीर्ष प्रबंधन के निर्देश पर मार्च महीने में 12,79,132 बीमा एजेंट्स के कमीशन की स्पेशल बिलिंग 536.62 करोड़ की गयी है, साथ ही अभिकर्ताओं की लोन किश्त की कटौती रोक दी गयी है।"

"इसके अतिरिक्त निगम द्वारा अब तक पात्र 6,55,873 एजेंट्स को 'कोविड फण्ड एडवांस' के लिए 2,710 करोड़ रुपयें की राशि जारी की है। इस वैश्विक आपदा के दौर में निगम का सभी बीमा एजेंट्स से आग्रह है कि परेशान न हो, साहस दिखाएँ और धैर्य रखें," राजीव निगम कहते हैं।

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