मध्यप्रदेश, राजस्‍थान और गोवा में हल्‍की बारिश, लोगों को गर्मी से मिली राहत

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मध्यप्रदेश, राजस्‍थान और गोवा में हल्‍की बारिश, लोगों को गर्मी से मिली राहत

लखनऊ। पिछले 2 दिनों में कई राज्‍यों में मौसम ने करवट बदली तो लोगों को थोड़ी राहत मिली। कुछ राज्‍यों में बूंदाबादी से तापमान में भारी गिरावट आई। मध्यप्रदेश के पश्चिमी और मध्य जिलों में कुछ स्थानों पर मामूली बारिश हुई, इसके साथ ही राजस्‍थान और गोवा में मानसून ने दस्‍तक देकर लोगों को गर्मी से राहत दी।

मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हुई प्री मानसून बारिश ने लगभग 1 महीने की प्रचंड गर्मी से राहत मिली। प्रदेश के कुछ स्थानों पर पिछले 2 दिनों से काफी तेज हवा और बूंदाबांदी हो रही थी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस सप्ताह मॉनसून से पहले की बारिश होने से मध्यप्रदेश में तापमान में गिरावट आई है।



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उन्होंने बताया कि प्रदेश में तापमान 40 से 49 डिग्री सेल्सियस के बीच था लेकिन बारिश के बाद कई हि‍स्सों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। यह तापमान अगले सप्ताह तक और नीचे आ सकता है, क्योंकि अगले 24 घंटे में राज्य के कुछ हिस्‍सों में हल्की बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान (इंदौर), (ग्वालियर) और (भोपाल) संभाग के कुछ जिलों में और कुछ अन्य स्थानों पर बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान (मुरैना) में 16 मिमी, (शिवपुरी) में 13 मिमी, (धार) में 10 मिमी और (सागर), (खजुराहो) तथा (उमरिया) में क्रमश 14.3, 12.7 और 11.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। अधिकारी ने कहा कि एक जून से अब तक राज्य में 37.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में मानसून अगले सप्ताह तक आने की उम्मीद है।

वहीं राजस्थान व गोवा के अनेक हिस्सों में सोमवार की रात मानसून से पहले ही बारिश आ गई। इस बारिश से लोगों ने चैन की सांस ली, राजस्‍थान का तापमान 41 डिग्री पार कर रहा था। बारिश आने के बाद तापमान में हल्‍की गिरावट दर्ज की गई है।

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विभाग के अहमदाबाद केंद्र की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया कि सुबह के समय जब चक्रवात वायु कच्छ से गुजरा तो वह कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया। इस वजह से इलाके में बारिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि बंदरगाहों को दी गई चेतावनी का स्तर कम कर दिया गया है लेकिन मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे बुधवार सुबह तक समुद्र में न जाएं। कम दबाव का क्षेत्र और कमजोर हो रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात 'वायु' के कारण बने मौसमी प्रभाव से यह बारिश हो रही है। राज्य में जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून के आने की उम्मीद है। बीते चौबीस घंटे में राज्य में (वनस्थली) में 17.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा सवाई (माधोपुर) में सात मिमी, (जयपुर) में 4.1 मिमी, (एरनपुरा) में 2.0 मिमी और (पिलानी) में 1.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। (गंगानगर) तथा (बाड़मेर) जिलों से भी बारिश की खबरे हैं। बारिश के चलते राज्य में अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई और वह 31 से 40 डि‍ग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

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वहीं गोवा की राजधानी पणजी सहित कुछ हिस्सों में मंगलवार सुबह बारिश हुई, जिसके कारण तटीय राज्य में मौसम सुहावना हो गया। मौसम विभाग ने बताया कि आमतौर पर जून के पहले सप्ताह में मानसून गोवा पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसे आने में देरी हो गई है।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में बताया कि उत्तरी और दक्षिणी गोवा के जिलों के कुछ हिस्सों में सुबह हल्की बारिश हुई। उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों में राज्य के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी ने मौसम खराब होने की संभावना के मद्देनजर रखते हुए अरब सागर में मछुआरों को नहीं जाने की सलाह दी है। इसमें बताया गया है कि समुद्र में 3.5 से लेकर 4.1 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। (इनपुट भाषा)


   

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