जानें, क्यों जोड़ा जा रहा है इस सब इंस्पेक्टर का नाम राष्ट्रपति के साथ

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जानें, क्यों जोड़ा जा रहा है इस सब इंस्पेक्टर का नाम राष्ट्रपति के साथराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और सब इंस्पेक्टर एम एल निजलिंगप्पा। 

लखनऊ । बीते शुक्रवार को बैंगलौर में मेट्रो की ग्रीन लाइन का उद्घाटन करने आए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आए हुए थे। ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर एम एल निजलिंगप्पा ने बैंगलोर ट्रिनिटी सर्कल के नज़दीक राष्ट्रपति के काफिले को रोक दिया।

सब इंस्पेक्टर ने एक एम्बुलेंस को निकालने के लिये ऐसा किया। एम एल निजलिंगप्पा ने जब हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के एक प्राइवेट अस्पताल से आती एक एम्बुलेंस को देखा तो उसको रास्ता देने के लिये राष्ट्रपति के काफिले को रोक दिया।

बैंगलोर के पूर्वी क्षेत्र के डीसीपी अभय गोयल ने ट्वीट कर सब इंस्पेक्टर एम एल निजलिंगप्पा की तारीफ़ भी की। एम्बुलेंस के लिये देश के प्रथम नागरिक को रोकने के लिये सब इंस्पेक्टर एम एल निजलिंगप्पा को पुरस्कार की भी घोषणा अभय गोयल ने की।

कब-कब हो चुके हैं इससे मिलते-जुलते मामले

इसके पहले देश की पहली महिला आईपीएस अफ़सर किरण बेदी के सहयोगी सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह भी देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की गाड़ी उठा चुके हैं। यह घटना 1982 की है। उस वक्त किरण बेदी दिल्ली पुलिस में डिप्टी कमिश्नर के पद पर थीं। उन्होंने भी निर्मल सिंह के इस काम को बहुत सराहा था।

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यह मामला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की गाड़ी की गलत पार्किंग को लेकर था। प्रधानमंत्री की सफेद एंबेस्डर कार DHD 1817 कनॉट प्लेस में गलत जगह पार्क की हुई थी, जिसे बाद में सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह ने उठवा लिया।

पहले यह माना जाता था कि किरण बेदी ने स्वयं ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की गाड़ी उठा ली थी, लेकिन एक चैनल को दिये इंटरव्यू में किरण बेदी ने स्वीकारा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की गाड़ी नहीं उठाई, बल्कि उनके अंदर काम करने वाले सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह ने गाड़ी उठाई।

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कुछ दिन पहले 12 मई 2017 को भारत में जापान के उच्चायुक्त केन्जी हिरामत्सु जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने गए, तो विधान भवन के गेट नंबर 2 के पास अपनी एसयूवी UP 32 GN 4912 को ठीक तरह से पार्क नहीं किया। इस कारण उनकी गाड़ी को पुलिस ने उठा लिया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ से बात करने के बाद उच्चायुक्त को उनकी एसयूवी वापस मिल सकी।

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