मध्यप्रदेश: छह माह में 1 हजार 23 इकाइयों के निर्माण का लक्ष्य तय, इससे 50 हजार से भी अधिक लोगों को रोजगार का भी है संकल्प

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुताबिक प्रदेश में हर माह एक लाख रोजगार सृजित करना टारगेट है। इसमें छोटे और लघु उद्योगों का सहयोग लेंगे। यहां 1891 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग का शुभारंभ किया जा चुका है इसमें 4227.10 करोड़ का निवेश होगा।
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आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर मध्य प्रदेश को भी आत्म निर्भर बनाने की पहल की जा रही है। मौजूदा सरकार छोटे-छोटे उद्योगों के माध्यम से इस लक्ष्य को पूरा करने का रोडमैप पहले ही बना चुकी है। 8 अप्रैल 2021 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छह माह में 1023 इकाईयों का निर्माण करने का लक्ष्य रखा और इन इकाइयों से 50 हज़ार से भी अधिक लोगों को रोजगार देने का भी लक्ष्य रखा। 

मुख्यमंत्री ने कहा “मध्य प्रदेश के लिए यह ऐतिहासिक दिन है। 572 इकाइयों का शुभारंभ हुआ है। 296 इकाइयों के कार्य 3 माह में पूर्ण कर लिए जाएंगे। 1023 का निर्माण कार्य 6 माह में पूरा होगा। इससे 50 हज़ार लोगों को रोजगार मिलेगा।”

वर्चुअल शुभारंभ के दौरान सीएम ने उद्यमियों से संवाद भी किया। इस संवाद में सतना जिले की मुस्कान रावलानी ने मुख्यमंत्री को बताया “डिवाइन इंडस्ट्री खोली है। जो ब्रेड और पास्ता बनाने का काम करती है। इसकी शुरुआत 94 लाख रुपये से की थी। कंपनी प्रतिदिन 1200 किलोग्राम का उत्पादन करती है।”

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुताबिक प्रदेश में हर माह एक लाख रोजगार सृजित करना टारगेट है। इसमें छोटे और लघु उद्योगों का सहयोग लेंगे। यहां 1891 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग का शुभारंभ किया जा चुका है इसमें 4227.10 करोड़ का निवेश होगा। मेरा सपना और हमारा लक्ष्य है कि मध्य प्रदेश में छोटे- छोटे उद्योगों का जाल बिछायें।

संवाद में टीकमगढ़ के मोहम्मद शहजाद मंसूरी ने मुख्यमंत्री को बताया, “वर्ष 2001 से काम शुरु किया था। इसी साल लोन लिया, पहले मेरा काम ठीक नहीं चल रहा था अब ठीक है। कंपनी को आजाद स्टील फर्नीचर इंडस्ट्री नाम दिया है। इसमें गेहूं को सुरक्षित रखने वाली टंकियों का निर्माण करते हैं।”

प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्योग मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा के मुताबिक, “8 अप्रैल 2021 को शुरू होने वाले उद्यम में 74 उद्योग ऐसे हैं, जिसमें 10 करोड़ निवेश किया गया है। अपडेट टेक्नॉलजी उपलब्ध कराई जा सके, इसके लिए सीएसआई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। 30 से 40 नए क्लस्टर बनाये जायेंगे। 60 दिनों में केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी मिलेगी। इसी साल 2 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर बनाने की ओर अग्रसर हैं।”

संवाद में नीमच जिले की दीर्घायु भवः हनी एवं प्रोडक्ट की उद्यमी मीनाक्षी मालव ने मुख्यमंत्री से कहा, “मेरा उद्योग मधुमक्खी पालन का है, जो शहद निकलता है। उससे जो प्रोडक्ट बनते हैं। उनको बाजार में सप्लाई करते हैं। इसके लिए 25 लाख लोन लिया था और 5 लाख खुद से लगाये थे। “

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