सेना के ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ में चुन-चुन के मारे गए आतंकी

Kushal MishraKushal Mishra   18 Oct 2017 6:13 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
सेना के ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ में चुन-चुन के मारे गए आतंकीफोटो: इंटरनेट

कश्मीर में सीमा पार से बढ़ती आतंकी घुसपैठ की वारदातों से निपटने और आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों ने जून 2017 में साथ मिलकर बड़े स्तर पर एक ऑपरेशन की योजना तैयार की। आतंकवादियों के सफाए को तैयार किए गए इस ऑपरेशन का नाम दिया गया 'ऑपरेशन ऑल आउट'। इस ऑपरेशन में खुफिया एजेंसियों ने एक सीक्रेट सर्वे घाटी के अलग-अलग जिलों में किया और आतंकवादियों की छिपने वाली जगहों का पता लगाया। इसके बाद कश्मीर में मौजूद 258 आतंकवादियों की हिट लिस्ट तैयार की गई। इस लिस्ट में जम्मू-कश्मीर के 13 जिलों के आतंकी शामिल रहे और लश्कर-ए तैय्यबा, हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और अल बद्र जैसे संगठनों से जुड़े आतंकी चिन्हित किए गए। इनमें 130 स्थानीय स्तर के और 128 विदेशी आतंकवादी शामिल थे, इनमें ऑपरेशन के तहत अब तक 170 आतंकवादियों को मार गिराया गया है।

जब मारा गया हिजबुल कमांडर बुरहान वानी

पिछले वर्ष आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन के नामी आतंकी कमांडर बुरहान वानी को सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में मार गिराया। आतंकी कमांडर बुरहान वानी के खात्मे को सुरक्षा बलों की बड़ी कामयाबी माना गया। मगर बुरहान वानी की मौत के बाद उसके जनाजे में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी, जिससे कश्मीर में सुरक्षाबलों की मुश्किलें बढ़ सकती थीं। इसके बाद अगले कई महीनों तक कश्मीर की घाटी के हालात अच्छे नहीं रहे और आए दिन पुलिस और पत्थरबाजों के बीच झड़प में तकरीबन 100 से ज्यादा लोगों को जान गंवानी पड़ी।

कौन था बुरहान वानी

पिछले साल आठ जुलाई को मार गिराया गया हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी।

मीडिया रिपोटर्स के अनुसार, बुरहान वानी ने मात्र 15 साल की उम्र में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल कर लिया गया था। धीरे-धीरे आतंकी संगठन में उसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई और वह कमांडर बन गया। बुरहान वानी दक्षिण कश्मीर में 11 से 15 स्थानीय आतंकवादियों का नेतृत्व कर रहा था। सुरक्षा बलों को उसकी काफी समय से तलाश थी इसलिए उस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।

इस साल 170 आतंकी ढेर, एलओसी पर ही 70 आतंकियों का खात्मा

इस साल यानि बीते दस महीनों में सुरक्षा बलों ने 170 आतंकवादियों को मार गिराया है। वहीं 70 आतंकी अब तक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ही सुरक्षा बलों ने मार गिराए। हाल में कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान ने कहा था कि इस साल अब तक करीब 70 आतंकी नियंत्रण रेखा पर ही मारे गए हैं। वादी के भीतरी इलाकों में ही नहीं, एलओसी पर भी आतंकियों और घुसपैठियों के खिलाफ लगातार अभियान चल रहे हैं।

20 नामी आतंकी कमांडर ढेर किए

दक्षिण कश्मीर में बीती 15 अक्टूबर को लश्कर के जिला कमांडर वसीम शाह के मारे जाने के साथ अब तक सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के तहत 20 नामी आतंकी कमांडर ढेर किए जा चुके हैं। वसीम शाह का मारा जाना सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। वसीम शाह बुरहान वानी के साथ एक तस्वीर में नजर आने वाले आतंकियों में शामिल था। इस तस्वीर में लगभग दो आतंकियों को छोड़कर बाकी सभी आतंकियों को मार गिराया गया है। इन बचे हुए आतंकियों में तारिक पंडित है, जो फिलहाल जेल में हैं और दूसरा सद्दाम पडर है, जो अभी पकड़ से दूर है।

अबू उमर से शुरू हुआ सिलसिला

बीती तीन जनवरी को आतंकी अबु उमर के मारे जाने के बाद नामी आतंकी कमांडरों के मारे जाने का सिलसिला शुरू हुआ। इसके बाद मार्च में कुपवाड़ा में अबु माला, अबु मंसूर और अनस भाई को मौत के घाट उतारा गया, जबकि अप्रैल में सुरक्षाबलों ने बड़गाम में अबु अली को मार दिया। इसके अलावा अगस्त में सुरक्षाबलों ने आतंकी कमांडर अबु दुजाना और आरिफ ललहारी को मार गिराया। अबु दुजाना वर्ष 2015 मे ऊधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले की साजिश में शामिल था। इसके बाद हिज्बुल मुजाहिद्दीन के फील्ड कमांडर महमूद गजनवी को शोपियां में मार गिराया गया। महमूद गजनवी के साथ ही उमर मजीर और इरफान उल हक मार दिए गए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों की ओर से नामी आतंकी कमांडरों को मारने का सिलसिला थमा नहीं और कुछ दिनों बाद ही श्रीनगर के कनीपोरा में अबु इस्माइल और छोटा कासिम को भी मार गिराया गया।

करीब हर दिन एक आतंकी वारदात

हाल में गृह मंत्रालय ने कश्मीर में आतंकवाद को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार बीते सात महीनों में कश्मीर में औसतन हर दिन एक आतंकवादी वारदात को अंजाम दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जुलाई तक कश्मीर में आतंकी वारदातों में 25 फीसदी तक इजाफा हुआ है और इस दौरान 184 आतंकी वारदातें हुई हैं। दूसरी ओर पिछले साल के आंकड़ों पर गौर करें तो इसी समय तक 155 आतंकी वारदातें हुई थीं, जबकि वर्ष 2015 में पूरे साल में यह आंकड़ा 222 वारदातों का था।

शांति के लिए जारी रहेगा अभियान

हाल में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने कहा कि कश्मीर घाटी में सेना और पुलिस के द्वारा चलाया गया ऑपरेशन ऑल आउट बहुत सफल रहा है। कश्मीर घाटी में और विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर में हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे। डीजीपी ने कहा कि राज्य में पूरी तरह से शांति स्थापित होने तक आतंकवादियों का सफाया करने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा छेड़ा गया अभियान ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें: आखिर बीएसएफ के जवानों से भेदभाव क्यों ?

यह भी पढ़ें: हर्षिता दहिया मर्डर : बहन का सनसनीखेज खुलासा- मेरे पति ने करवाया हर्षिता का मर्डर

यह भी पढ़ें: #MeToo सोशल मीडिया पर लड़के ने लिखा- ‘अगर महिलाएं मेरा यौन शोषण करें तो मजा आएगा’, मां ने दिया करारा जवाब

             

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.