देश के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण के बारे में लोगों को जागरूक करने लिए पूरे देश में “जान है तो जहान है” जागरूकता अभियान शुरू हो रहा है। 21 जून से शुरू हो रहे इस कार्यक्रम में टीकाकरण अभियान को लेकर लोगों की आशंकाओं को भी दूर किया जाएगा।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय विभिन्न सामाजिक-शैक्षिक संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों और महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ जागरूकता अभियान शुरू करेगा। अल्पसंख्यक बहुल जिला रामपुर (उत्तर प्रदेश) से राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान की शुरूआत की जाएगी और देश के विभिन्न हिस्सों में भी इसका आयोजन किया जाएगा।
लोगों को टीकाकरण के लिए विभिन्न धर्मगुरु, सामाजिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, चिकित्सा, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों के प्रमुख लोग प्रभावी संदेश देंगे। अभियान के तहत देशभर में नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाएंगे।
नकवी ने कहा कि कुछ लोग निहित स्वार्थ के लिए देश के कुछ क्षेत्रों में कोरोना के टीके को लेकर अफवाहें और आशंकाएं फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे तत्व लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के दुश्मन हैं।
अल्प संख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि दो “मेड इन इंडिया” कोरोना टीके हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का परिणाम हैं और यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि ये टीके कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी हथियार हैं।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ”नई रोशनी” योजना के तहत कार्यरत राज्य हज समितियां, वक्फ बोर्ड, उनसे जुड़े संगठन, केंद्रीय वक्फ परिषद, मौलाना आजाद शैक्षणिक प्रतिष्ठान, विभिन्न सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन, महिला स्वयं सहायता समूह। जागरूकता अभियान “जान है तो जहान है” का हिस्सा बनेंगे। ये संगठन लोगों को कोरोना महामारी से निपटने के लिए टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित भी करेंगे।
1 जून से 18 साल से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए भी टीकाकरण शुरू हो गया है, 7 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि पूरे देश में 18 साल ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त टीकाकरण अभियान की शुरूआत 21 जून शुरू किया जाएगा।