अधिक जनधन खाते वाले प्रदेशों में ग्रामीण मुद्रास्फीति में आई गिरावट
Sanjay Srivastava 13 Oct 2017 5:01 PM GMT
मुंबई (भाषा)। नोटबंदी के बाद से जनधन खातों में तेजी से इजाफा हुआ और अब तक ऐसे 30 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार जिन राज्यों में प्रधानमंत्री जनधन खातों की संख्या अधिक है, उनमें ग्रामीण मुद्रास्फीति निम्न स्तर पर आ गई है।
इस तरह के खाते वाले दस शीर्ष राज्यों में करीब 23 करोड़ खाते खोले गए हैं जो कुल जनधन खातों के 75 प्रतिशत हैं। इसमें सर्वाधिक खातों की संख्या उत्तर प्रदेश में है जो 4.7 करोड के स्तर पर है। इसके बाद बिहार में 3.2 करोड और पश्चिम बंगाल में 2.9 करोड जनधन खाते खुले हैं। करीब 60 प्रतिशत जनधन खाते केवल ग्रामीण इलाकों में ही खुले हैं।
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एसबीआई की एक रिसर्च रिपोर्ट ईकोरैप में कहा गया है, आंकड़ें दिखाते हैं कि जिन राज्यों में जनधन खाते अधिक संख्या में खुले हैं, उनमें ग्रामीण मुद्रास्फीति निम्न स्तर पर है। यह दिखाता है कि अर्थव्यवस्था औपचारिक रूप ले चुकी है।
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