उत्कल एक्सप्रेस हादसा : बचाव कार्य समाप्त, दस की हालत नाजुक

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   20 Aug 2017 3:36 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
उत्कल एक्सप्रेस हादसा :  बचाव कार्य समाप्त, दस की हालत नाजुकखतौली में पटरी से उतरने के बाद एक घर में घुसा उत्कल एक्सप्रेस का एक डिब्बा।

लखनऊ (आईएएनएस)। उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे शनिवार शाम को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में पटरी से उतरने के बाद किए जा रहे बचाव कार्य को रविवार को खत्म होने की घोषणा की गयी। रेलवे बोर्ड के मोहम्मद जमशेद ने यहां मीडिया को बताया, "हमारे अंतिम आंकड़ों के मुताबिक हादसे में 20 लोगों ने अपनी जान गंवाई है और 92 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें से 22 गंभीर रूप से घायल हैं।"

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हुए भयावह कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। हादसे में 156 लोग घायल हुए हैं जिनमें 10 की हालत नाजुक है। अधिकारियों ने रविवार को बचाव कार्य खत्म होने की घोषणा की। एक अधिकारी ने कहा कि घायलों का मुजफ्फरनगर और मेरठ में इलाज चल रहा है। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि कुछ डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए।

कलिंग उत्कल एक्सप्रेस शनिवार शाम को मुजफ्फरनगर के खतौली के पास पटरी से उतर गई थी। अब तक 10 मृतकों की शिनाख्त हो पाई है। इनके नाम सुखी प्रजापति (मध्य प्रदेश), आलोक सरकार (नई दिल्ली), विष्णु गोस्वामी, ब्रज कुमार प्रजापति और गिरिराज पांडे (ग्वालियर), रिंकी कुमारी (आगरा), करिश्मा और सुमित गर्ग (सहारनपुर) और रामपाल सिंह शर्मा व विनीत मित्तल (मुजफ्फरनगर ) हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि अन्य मृतकों की शिनाख्त करने के प्रयास जारी हैं। 10 लोगों की हालत नाजुक होने से हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। रेलवे कर्मचारी पटरी से उतरी बोगयिों को हटाने और ट्रैक साफ करने के काम में लगे रहे। इधर से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं।

गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव कार्य में रात भर 90 एंबुलेंस और राष्ट्रीय आपदा राहत बल की चार टीमें लगी रहीं, लेकिन कई लोगों ने अपने रिश्तेदारों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की कमी होने की शिकायत की।

देश से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार को नई दिल्ली में मीडिया को बताया कि उन्होंने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को शाम तक प्रथम दृष्ट्या सबूत के आधार पर दुर्घटना की जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा है। प्रभु ने ट्वीट किया, "(बोर्ड द्वारा) संचालन में ढिलाई बरतने की अनुमति नहीं दी जाएगी। रेल संचालन को बहाल करना शीर्ष प्राथमिकता है..स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है।"

उन्होंने कहा कि रेलवे आयुक्त (सुरक्षा) प्रारंभिक निरीक्षण के लिए घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने इसमें आतंकवादी साजिश होने की बात से इनकार नहीं किया है।

                

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.