किसान राजनीति के गढ़ रहे पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर में लाखों की भीड़ जुटाकर किसान संगठनों ने सरकार को अपनी ताकत का अहसास कराया है। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक ये अब तक की सबसे बड़ी किसान पंचायत थी, जिसमें देशभर से लाखों किसान शामिल हुए हैं। किसान नेताओं ने साफ किया है कृषि कानून वापसी तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी अगली रणनीति का भी महापंचायत में ऐलान किया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और संयुक्त किसान मोर्चा के अहम सदस्य राकेश टिकैत ने कहा, “जम्मू- कश्मीर से लेकर केरल तक के 20 लाख किसानों ने मुजफ्फरनगर पहुँच कर तानाशाह सरकार को एक बार फिर सर्टिफिकेट दे दिया जिन्हें वह मुठ्ठी भर किसान कहती है वह पूरे देश के किसान हैं।”
इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी तक देशभर में किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। टिकैत ने कहा कि बिल वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं। मैं महापंचायत से सीधे गाजीपुर बॉर्डर ही जाउंगा।
राकेश टिकैत ने कहा, “9 महीने से किसानों का आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार ने बात बंद कर दी है। सैकड़ों किसानों के लिए एक मिनट का मौन तक नहीं रखा। देश में बड़ी मीटिंग करनी होगा। सिर्फ मिशन यूपी नहीं देश को भी बचाना है।” उन्होंने सवाल पूछा कि जिस तरह से देश की संपत्तियां बेची जा रही है उसकी अनुमति किसने दी?
जम्मू- कश्मीर से लेकर केरल तक के 20 लाख किसानों ने मुजफ्फरनगर पहुँच कर तानाशाह सरकार को एक बार फिर सर्टिफिकेट दे दिया जिन्हें वह मुठ्ठी भर किसान कहती है वह पूरे देश के किसान हैं। #5SeptemberKisanPanchayatMuzaffarnagar pic.twitter.com/P48ubRXXWZ
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 5, 2021
हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में 7 सितंबर को करनाल में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। 9-10 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई किसान संगठनों की बड़ी बैठक होगी, जिसमें आगे रणनीति तय होगी। इसके अलावा 15 सितंबर को राजस्थान की राजधानी जयपुर में किसान संसद का आयोजन किया जा रहा है। कृषि कानूनों की वापसी और अपनी दूसरों की मांगों को लेकर आंदोलनरत किसान संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है।
पश्चिमी यूपी में लाखों की भीड़ जुटाकर किसान संगठनों ने दिखाई अपनी ताकत। मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्चा ने लिए कई फैसले।
7 Sep- करनाल में महापंचायत
9-10 Sep- लखनऊ में संगठनों की बड़ी बैठक
15 Sep- जयपुर में किसान संसद
27 Sep- भारत बंद @Kisanektamorcha #KisanMahaPanchayat pic.twitter.com/rPVhoFwzIH— GaonConnection (@GaonConnection) September 5, 2021
मुजफ्फनगर किसान महापंचायत में संयुक्त मोर्चा की अगुवाई में देशभर के करीब 300 संगठनों से जुड़े किसान, किसान नेता शामिल हुए। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य, राजनीतिक विश्लेषक और स्वराज अभियान के संयोजक योगेंद्र यादव ने गन्ना किसानों की धरती से गन्ने के बकाया, गन्ना मूल्य, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का मुद्दा उठाया और सीएम योगी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को घेरा।
As the future historians would look back, 5th September 2021 would be the day the course of India’s destiny changed and changed for the better.#मुज़फ्फरनगर_किसान_महापंचायत pic.twitter.com/lVjyFh2mIU
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 5, 2021
योगेंद्र यादव ने कहा कि यूपी सरकार ने कहा था कि वो गेंहू का एक एक दाना गेहूं खरीदेगी लेकिन प्रदेश में सिर्फ 18 फीसदी गेहूं की खरीद हुई है यानि 100 बोरे में सिर्फ 18 बोरी की खरीद हुई है।
गन्ना बकाया, गेहूं खरीद को लेकर @_YogendraYadav ने उत्तर प्रदेश सरकार पर साधा निशाना, कहा @myogiadityanath सरकार ने कहा था कि दाना दाना गेहूं खरीदेंगे, लेकिन खरीदा सिर्फ 18 फीसदी, जबकि सरसों की सिर्फ 1% खरीद की।#MuzaffarnagarPanchayat#FarmerProtest #KisanMahaPanchayat pic.twitter.com/nw6vZaKr8v
— GaonConnection (@GaonConnection) September 5, 2021
महापंचायत में पहुंचे लोगों का मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में जोरदार स्वागत हुआ। जगह-जगह खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक के मुताबिक 1500 से ज्यादा भंडारे मुजफ्फरनगर में चलाए जा रहे थे इलाके अलावा हजारों चलते-फिरते भंडारों का इंतजाम किया था। हर धर्म और वर्ग के लोगों ने अपने-अपने स्तर पर खाने का इंतजाम किया था।
किसान महापंचायत में आए लोगों का धन्यवाद करते हुए बीकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा, “सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद, अगर हमसे किसी भाई के आदर सत्कार में कोई कमी रह गई हो तो उसके लिए माफी चाहते हैं।”
सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद, अगर हमसे किसी भाई के आदर-सत्कार में कोई कमी रह गई हो तो हम उसकी माफ़ी चाहते हैं।
~ Naresh Tikait #Muzaffarnagar#MuzaffarnagarPanchayat #MuzaffarnagarMahaPanchayat pic.twitter.com/X8DOBaGPhi
— Kisan Ekta March (@KisanEktaMarch) September 5, 2021