अपनी नौकरी बचाने के लिए करीब 15 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण कोर्स में कराया नामांकन

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   3 Oct 2017 9:10 PM GMT

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अपनी नौकरी बचाने के लिए करीब 15 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण कोर्स में कराया नामांकनमानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर।

नई दिल्ली (भाषा)। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए निजी स्कूलों के करीब 10 लाख शिक्षकों समेत लगभग 15 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने नामांकन कराया है ताकि साल 2019 की मियाद के भीतर प्रशिक्षण प्राप्त करके वे अपनी नौकरी बचा सकें।

नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिंग (एनओआईएस) ने सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए एक बार के लिए प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा कोर्स (डीईआईईडी) तैयार किया है. अप्रशिक्षित शिक्षकों को 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त करना है।

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इस कोर्स को पेश करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों का अधिकार है और यह सुनिश्चित करने के लिये कुशल शिक्षक जरूरी हैं। एनओआईएस ने पेशवर दक्षता को बढाने के लिए शिक्षकों के वास्ते कोर्स तैयार किया है। हमारा उद्देश्य है कि सभी शिक्षक 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त कर लें।

उन्होंने कहा कि यह कोर्स स्वयं आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही डिश टीवी के जरिए ज्ञान का प्रसार किया जाएगा। अब तक इस कोर्स के लिए 14.97 लाख आवेदन आए हैं जिसमें से 12.29 लाख आवेदकों ने शुल्क का भुगतान कर दिया है। इस कोर्स के लिए सबसे अधिक 2.8 लाख उम्मीदवारों ने बिहार से आवेदन किया है जबकि उत्तरप्रदेश से 1.95 लाख, मध्यप्रदेश से 1.91 लाख , पश्चिम बंगाल से 1.69 लाख और असम से 1.51 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।

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मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर आनलाइन कोर्स के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। एनओआईएस के अध्यक्ष सीबी शर्मा ने कहा कि इन आवेदकों में 9.25 लाख शिक्षक निजी स्कूलों से हैं। शिक्षकों की समस्याओं पर स्पष्टीकरण के लिए एक मोबाइल एप्प का विकास किया जा रहा है।

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