प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैसाख दिवस के लिए श्रीलंका दौरे पर कल होंगे रवाना

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   10 May 2017 7:14 PM GMT

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैसाख दिवस के लिए श्रीलंका दौरे पर कल होंगे रवानाप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

नई दिल्ली (भाषा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे जहां वे सबसे बड़े बौद्ध महोत्सव में शामिल ‘वैसाख दिवस' पर मुख्य अतिथि हैं। अंतरराष्ट्रीय वैसाख दिवस महोत्सव कोलंबो में 12 से 14 मई के बीच आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 100 से अधिक देशों के 400 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

प्रधानमंत्री की श्रीलंका यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (भारतीय सागरीय क्षेत्र) संजय पांडा ने कहा कि इस यात्रा की प्रकृति को देखते हुए कोई औपचारिक बैठक का कार्यक्रम नहीं रखा गया है और किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए जाने का भी कोई कार्यक्रम नहीं है हालांकि मोदी श्रीलंकाई नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।

उन्होेंने कहा, ‘‘ किसी औपचारिक वार्ता का कार्यक्रम नहीं है लेकिन वे नेताओं के साथ चर्चा करेंगे और संबंधों के समग्र स्वरुप में समीक्षा करेंगे।''

श्रीलंका की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोलंबो के अलावा कैंडी जाएंगे जहां वे दलारा मलिदा पवित्र स्थान जाएंगे। यह क्षेत्र चाय के लिए प्रसिद्ध है, प्रधानमंत्री दिकोया में एक सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का उद्घाटन भी करेंगे, जिसका निर्माण भारत के सहयोग से और 50 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है, इस क्षेत्र में काफी संख्या में भारतीय मूल के तमिल रहते हैं।

पांडा ने कहा कि भारत और श्रीलंका के संबंधों में पिछले कुछ वर्षो में गुणात्मक बदलाव आया है और दोनों देश अपने संबंधों को मजबूत और व्यापक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं.

विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (भारतीय सागरीय क्षेत्र) पांडा ने कहा, ‘‘ हम महसूस करते हैं कि हमारी किस्मत एक-दूसरे से जुड़ी हैं, हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री की इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों को और गति मिलेगी।''

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे पहले मार्च 2015 में श्रीलंका गए थे। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे भारत आए थे, इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इस यात्रा के दौरान विक्रमसिंघे ने द्विपक्षीय मुद्दों और आपसी हितों से जुड़े विषयों पर व्यापक चर्चा की थी, इस समझौते से उन क्षेत्रों की पहचान करने की बात कही गई है जहां भारत निवेश कर सकता है।

श्रीलंका के साथ भारतीय मछुआरों से जुड़े मुद्दे के बारे में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (आईओआर) संजय पांडा ने कहा कि हम इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि इस विषय पर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और मतस्य मंत्रियों की बैठक हुई थी और यह तय हुआ था कि हर मुद्दे पर विचार करके इसका स्थाई हल निकाला जाएगा। इस संदर्भ में एक संयुक्त कार्य समूह का गठन किया गया और तय किया गया कि हर तीन महीने पर इसकी बैठक होगी और फिर मंत्रिस्तरीय समीक्षा होगी। पांडा ने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक नई दिल्ली में और दूसरी बैठक अप्रैल में कोलंबो में हुई है।

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उन्होंने कहा कि मछुआरों के संबंध में गहरे सागर में मछली पकड़ने (डीप सी फिशिंग) को लेकर एक मुद्दा है। केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार इस विषय पर सहयोग कर रही है, इसके साथ ही मछुआरों को प्रशिक्षित करने की पहल भी की जा रही है।

                      

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