मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, न्यू इंडिया में सभी 125 करोड़ भारतीय महत्वपूर्ण
Sanjay Srivastava 30 April 2017 1:22 PM GMT
नई दिल्ली (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोगों के दिमाग में भीतर तक घुसी वीआईपी संस्कृति को जड़ से उखाड़ फेंकने और सभी भारतीयों को महत्व देने की जरूरत पर बल दिया।
मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा कि समय आ गया है, जब वीआईपी (अति महत्वपूर्ण व्यक्ति) संस्कृति को बदलकर ईपीआई (हर व्यक्ति महत्वपूर्ण) कर दिया जाए। मोदी ने कहा, "हमारे देश में वीआईपी संस्कृति के लिए एक प्रकार की नफरत है, लेकिन जब सरकार ने अधिकारियों की गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने का फैसला किया तब मैंने महसूस किया कि यह नफरत कितनी भीतर तक घुसी है।"
मोदी ने कहा, "यह लाल बत्ती वीआईपी संस्कृति की सूचक बन गई है, जो हमारे दिमाग में भीतर तक घुसी है। लाल बत्ती को हटाना केवल हमारी प्रणाली का एक हिस्सा भर है, लेकिन हमें इस संस्कृति को अपने दिमागों से हटाने का प्रयास करना होगा।"
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प्रधानमंत्री ने कहा, "'न्यू इंडिया' के पीछे की अवधारणा यह है कि ईपीआई को वीआईपी से बदल दिया जाए। ईपीआई का अर्थ है कि हर व्यक्ति महत्वूपर्ण है। हमें 125 करोड़ भारतीयों के महत्व को स्वीकार करना होगा। इसके बाद हमारे पास अपने सपनों और आशाओं को पूरा करने की सामूहिक क्षमता होगी।"
मोदी ने गुजरात, महाराष्ट्र को स्थापना दिवस पर बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात और महाराष्ट्र को स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर बधाई दी। दोनों राज्यों का स्थापना दिवस एक मई मनाया जाता है।
मैं गुजरात और महाराष्ट्र के नागरिकों को बधाई देता हूं। दोनों राज्यों ने लगातार प्रगति की ऊंचाइयों पर पहुंचने का प्रयास किया है और देश के विकास में योगदान दिया है। दोनों राज्यों में कई महान लोगों का जन्म हुआ है, जो हमें निरतंर प्रेरित करते हैं।नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री (मन की बात)
मोदी ने साथ ही लोगों से यह शपथ लेने की अपील भी की कि वे इस बात पर विचार करें कि वे 2022 तक अपने राज्य, समाज और देश को कहां ले जाएंगे, जब देश अपना 75वां स्वाधीनता दिवस मनाएगा।
उन्होंने कहा, "इस कार्य को पूरा करने के लिए हर किसी को योजना बनानी चाहिए और सभी नागरिकों के सहयोग से आगे बढ़ना चाहिए।"
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