राज्यसभा का 242वां सत्र अनिश्चिकाल के लिए स्थगित, कुल 29 बैठकें में करीब 136 घंटे चला सदन का कामकाज 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   12 April 2017 3:56 PM GMT

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राज्यसभा का 242वां सत्र अनिश्चिकाल के लिए स्थगित, कुल 29 बैठकें में करीब 136 घंटे  चला सदन का कामकाज राज्यसभा का 31 जनवरी को शुुरू हुआ 242वां सत्र आज अनिश्चिकाल के लिए स्थगित हो गया।

नई दिल्ली (भाषा)। राज्यसभा का 31 जनवरी को शुुरू हुआ 242वां सत्र आज अनिश्चिकाल के लिए स्थगित हो गया। इस दौरान कुल 29 बैठकें हुई और 136 घंटों से ज्यादा समय तक सदन का कामकाज चला। सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद सदन को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा की। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपसभापति पी जे कुरियन, सदन के नेता अरुण जेटली और विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद भी सदन में मौजूद थे।

अंसारी ने सदन को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित करने के पहले अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा 31 जनवरी को दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करने से हुई थी।

उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान उल्लेखनीय विधाई कामकाज हुआ। उन्होंने कहा कि सत्र में सदन ने 14 सरकारी विधेयक या तो पारित किए या उन्हें लौटा दिया। इस दौरान केंद्रीय बजट, रेल मंत्रालय के कामकाज और जीएसटी विधेयकों पर विस्तार से चर्चा हुई।

सत्र के दौरान लोक महत्व के विषय के तहत 205 मुद्दे उठाए गए वहीं विशेष उल्लेख के जरिए 76 मुद्दे उठाए गए। इस सत्र में 435 तारांकित और 4629 अतारांकित सवालों के जवाब दिए गए। इसके अलावा 535 पूरक सवाल भी किए गए।

अंसारी ने कहा कि अंतिम दो कतारों में बैठने वाले सदस्यों का भी इस दौरान उल्लेखनीय प्रदर्शन रहा और लोक महत्व के विषय के तहत 86 मुद्दे उठाए जो उठाए गए कुल 205 मुद्दों का करीब 42 प्रतिशत है. ऐसे सदस्य पूरक सवाल पूछने में भी आगे रहे।

सत्र में 33 निजी विधेयक पेश किए गए और कई निजी विधेयकों तथा संकल्पों के जरिए कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गयी। अल्पकालिक चर्चा के रुप में चुनाव सुधार तथा आधार पर भी चर्चा की गई।

उन्होंने कहा कि इस दौरान एक नए सदस्य सदन में आए वहीं एक सदस्य हाजी अब्दुल सलाम का 28 फरवरी को निधन हो गया। उन्होंने अपने संबोधन में सदन के नेता, विपक्ष के नेता, संसदीय कार्य मंत्री, विभिन्न दलों के नेता औैर सदस्यों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

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उन्होंने उपसभापति, पीठासीन अधिकारियों के पैनल के सदस्यों और सचिवालय के अधिकारियों तथा कर्मियों को भी उनके सहयोग एवं मदद के लिए धन्यवाद दिया।

          

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