उच्च शिक्षा में नई उर्जा भरना एक बड़ी चुनौती: राष्ट्रपति
Nishant Ranjan 27 April 2017 4:25 AM GMT

हैदराबाद (भाषा)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत और साथ ही दुनिया के दूसरे हिस्सों में उच्च शिक्षा में खासकर सार्वजनिक संस्थानों में नई उर्जा भरना एक बडी चुनौती बन गया है।
देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
उन्होंने कहा कि शिक्षा के बढ़ते खर्च और बाजार से प्रेरित होकर तेजी से दक्षता हासिल करना कुछ ऐसे कारक हैं जो इन संस्थानों के सामने चुनौती पेश कर रहे हैं।राष्ट्रपति यहां अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय ईफ्लू के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस दौरान कहा, ‘‘आजकल भारत एवं दुनिया के दूसरे हिस्सों में खासकर सार्वजनिक संस्थानों में उच्च शिक्षा को बनाए रखना एवं उसमें नई उर्जा डालना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस तरह के संस्थानों में अंदर और बाहर दोनों तरफ से चुनौतियां बनी हुई हैं।''
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।
President Pranab Mukherjee हैदराबाद दीक्षांत समारोह public institutions विश्वविद्यालय ईफ्लू
More Stories