इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बिना विज्ञान व प्रौद्योगिकी के वर्तमान युग की कल्पना संभव नहीं है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की प्रभावी परफॉर्मेंस को सुनिश्चित करने के लिए उनका परीक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता है। इन उपकरणों में प्रयुक्त होने वाले कलपुर्जों और सर्किटों के इलेक्ट्रिकल प्रदर्शन के मापन को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली में एक प्रयोगशाला स्थापित की गई है।
इस उन्नत परीक्षण सुविधा को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है, जहाँ मोबाइल फोन से लेकर क्वांटम कम्प्यूटिंग और अंतरिक्ष उपकरणों का परीक्षण करके उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी। आईआईटी, दिल्ली द्वारा इस प्रयोगशाला की स्थापना को एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और उपकरणों के क्षेत्र में भारत के बेहतरीन अनुसंधान संस्थानों में अपनी स्थिति को अधिक मजबूत करने की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है।
करीब 17 करोड़ रुपये की लागत के साथ स्थापित यह प्रयोगशाला उन उपकरणों और सर्किटों के विद्युत प्रदर्शन को मापने में सक्षम बनाएगी, जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है, जैसे कि मोबाइल फोन, अंतरिक्ष उपग्रह और क्वांटम कंप्यूटर इत्यादि। यह सुविधा आईआईटी, दिल्ली के शोधकर्ताओं के साथ-साथ अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं के लिए भी उपलब्ध होगी। आईआईटी, दिल्ली ने प्रयोगशाला की को-ब्रांडिंग के लिए कीसाइट टेक्नोलॉजीस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया है।
इस अवसर पर बोलते हुए, आईआईटी दिल्ली के निदेशक, प्रो. वी. रामगोपाल राव ने कहा, “आईआईटी दिल्ली ने पिछले कुछ वर्षों में नैनो फैब्रिकेशन, मैटेरियल्स के मूल्यांकन एवं लक्षण वर्णन, परीक्षण और प्रोटोटाइप निर्माण के क्षेत्रों में अपने अनुसंधान ढांचे को काफी बढ़ाया है। कीसाइट टेक्नोलॉजीस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के आंशिक समर्थन से स्थापित यह नई प्रयोगशाला इस क्षेत्र में मौजूदा सुविधाओं की सूची में महत्वपूर्ण है। आईआईटी, दिल्ली इस क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों को मजबूत करने के लिए उद्योगों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।”
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी, दिल्ली के प्रयोगशाला प्रभारी, प्रोफेसर अभिषेक दीक्षित ने कहा, “अब हम, 4.2K से +300 डिग्री सेल्सियस तक तापमान की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ विभिन्न प्रकार के पैकेज्ड और ऑन-वेफर उपकरणों पर विभिन्न प्रकार के विद्युतीय मापन करने की तकनीक से लैस हैं।”
The facility will be accessible to various researchers of IIT Delhi as well as researchers from other institutions. The Institute has also signed an MoU with @Keysight Technologies India Pvt Ltd. to co-brand the lab. pic.twitter.com/THMkdqZDZY
— IIT Delhi (@iitdelhi) September 20, 2021
कीसाइट टेक्नोलॉजीस के वाइस प्रेसिडेंट और भारत में कंपनी के कंट्री जनरल मैनेजर, सुधीर तंगरी ने कहा, “यह उन्नत विद्युतीय लक्षण वर्णन सुविधा है, जो शोध की अनिश्चितताओं को कम करने के लिए उच्चतम सटीकता के साथ जटिल इलेक्ट्रॉनिक माप करने में सक्षम बनाती है। इस सुविधा केंद्र से, सेमीकंडक्टर्स, डीसी-आरएफ, और शोर संबंधी लक्षणों के मूल्यांकन में अनुसंधान को गति मिल सकेगी।” उन्होंने कहा कि कीसाइट इस नवोन्मेषी यात्रा का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित है।