नई कार खरीदने की तैयारी है? बदल गया है ये नियम, 6 एयरबैग अनिवार्य

अगर आप 8 सीट तक वाली गाड़ी लेने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। एक अक्टूबर 2022 के बाद एम-1 कैटेगरी की ऐसी सभी गाड़ियों में 6 एयरबैग अनिवार्य होंगे। जिसका असर आपके बजट पर भी पड़ेगा।

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नई कार खरीदने की तैयारी है? बदल गया है ये नियम, 6 एयरबैग अनिवार्य

1 अक्टूबर 2022 के बाद सभी कार में 6 एयरबैग अनिवार्य होंगे। फोटो साभार Unsplash

ऐसी कार/वाहन जिनमें 8 सवारियां बैठ तक सकती हैं, उनमें सुरक्षा के लिहाज से सरकार ने बहुत बड़ा बदलाव कर दिया है। ऐसी गाड़ियों में अब आगे, पीछे, और दोनों साइड में मिलाकर कुल 6 एयरबैग अनिवार्य कर दिए हैं। इससे पहले गाड़ियों में सिर्फ ड्राइवर के आगे एयर बैग अनिवार्य था। कंपनियां मॉडल और कीमत के अनुसार 2 या उससे ज्यादा एयरबैग देती थीं।

केंद्रीय सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्रालय ने एक अक्टूबर, 2022 के बाद निर्मित एम- 1 वर्ग के वाहनों में दो साइड/दो साइड टॉरसो एयर बैग तथा दो साइड कर्टन/ट्यूब एयर बैग लगाना अनिवार्य करने के लिये अधिसूचना का मसौदा जारी कर दिया है। इससे पहले 1 जुलाई 2019 के बाद बने कैटेगरी के वाहनों में ड्राइवर एयरबैग को अनिवार्य कर दिया गया गया था। इसके बाद, मंत्रालय ने एम 1 वर्ग के वाहन के लिये यह अनिवार्य कर दिया कि वाहन चालक सहित आगे बैठने वाली सवारी की सुरक्षा के लिये फ्रंट एयरबैग लगाये जायें। यह आदेश एक जनवरी, 2022 से प्रभावी कर दिया गया।

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय का नोटिफिकेशन

क्या होते हैं एयरबैग

एयरबैग ऐसी प्रणाली है, जो वाहन के डैशबोर्ड पर लगी होती है और एक्सीडेंट होने की स्थिति में वाहन चालक और गाड़ी के सामने वाले हिस्से के बीच गुब्बारे की तरफ फूलकर वाहन चालक को गंभीर रूप से घायल होने से बचाती है। ड्राइवर के लिए अनिवार्य एयरबैग के अलावा जो कई कंपनियां अपने-अपने सुरक्षा मानकों के हिसाब से एयरबैग देती थीं, हालांकि कार में जितने एयरबैग होंगे उनकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी।

सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है निर्णय

भीषण टक्कर की स्थिति कार या वाहन में बैठे लोगों की सुरक्षा के लिए मंत्रालय ने केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 में संशोधन करके उसमें दी गई सुरक्षा शर्तों में इजाफा किया है। अधिसूचना का मसौदा 14 जनवरी, 2022 को जारी किया गया, जिसके तहत एम 1 वर्ग के वाहनों के लिये यह अनिवार्य कर दिया गया कि एक अक्टूबर, 2022 के बाद निर्मित सभी यात्री वाहनों में दो साइड/साइट टॉरसो एयरबैग लगाये जायें तथा दो साइड कर्टन/ट्यूब एयरबैग लगाये जायें। इस तरह आगे और पीछे, दोनों कंपार्टमेंट में बैठे लोगों के सामने और पीछे से होने वाली टक्करों के असर को कम किया जा सकेगा।

नए नियमों के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा, "8 यात्रियों तक के मोटर वाहनों में सवारों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए, मैंने अब कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य करने के लिए जीएसआर अधिसूचना के मसौदे को मंजूरी दे दी है। भारत में मोटर वाहनों को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। ये सुविधा सभी कैटेगरी के वाहन, कीमत और वेरिएंट में होगी।"

हालांकि कार एक्सपर्ट और मानते हैं कि सुरक्षा के लिए लिहाज से एयरबैग बढ़ाने से पहले सरकार को जागरुकता के स्तर पर काम करना चाहिए था, क्योंकि जैसे-जैसे देश में हाईवे बढ़ रहे हैं हादसे भी बढ़ रहे हैं। दिल्ली में रहने वाले ऑटो एक्सपर्ट अमित द्विदेदी गांव कनेकशन को फोन पर बताते हैं, "सरकार ने जो एयरबैग रुल्स लागू करने वाली है, इसके अलावा कुछ जरुरी सेफ्टी नार्म्स थे जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए था। सबसे ज्यादा भारत में किसी चीज की जरुरत है वो है जागरुकता। लोगों को अभी ये ही बताने की जरुरत है कि हाईबीम ऑनकर गाड़ी नहीं चलाई जाती है। ऐसे कई पहलू हैं उनपर ध्यान देना चाहिए था फिर गाड़ी के अंदर ये बदलाव करना चाहिए था वर्ना ये पहले ही कार की कीमत बढ़ा देंगे।"

1 अक्टूबर 2022 के बाद बनी कारों में 6 एयरबैग अनिवार्य

40000 रुपए से ज्यादा तक बढ़ सकती है कार की कीमत

लखनऊ में एक कार कंपनी में कार्यरत धनंजय सिंह कहते हैं, "एयरबैग चीज तो अच्छी है लेकिन उससे कास्ट बढ़ जाएगी। कम से कम मानकर चलिए कार की कीमत में 40000-50000 रुपए की बढ़ोतरी होनी ही है। एक बाद अगर इंश्योरेंस नहीं है तो एक एयरबैग फटने पर कम से कम लागत 8 से 14 हजार के बीच हो सकती है, लागत कितना नुकसान हुआ है उस पर निर्भर करेगी।"

साइड/साइड टॉरसो एयरबैग- गुब्बारे की तरह फूलने वाली प्रणाली है, जिसे सीटों या वाहन के भीतर बगल वाले ढांचों में लगाया जायेगा। उसे इस तरह डिजाइन किया जायेगा कि बगल से होने वाली टक्कर के समय शरीर के धड़ में चोट को कम किया जा सके और सवारी को बाहर गिरने से बचाया जा सके। यह आगे बैठे लोगों की सुरक्षा के लिये है।

साइड कर्टन/ट्यूब एयरबैग- गुब्बारे की तरह फूलने वाली प्रणाली है, जिसे वाहन के भीतर बगल वाले ढांचों में लगाया जायेगा। उसे इस तरह डिजाइन किया जायेगा कि बगल से टक्कर होने के समय या गाड़ी पलटने की स्थिति में सिर में चोट लगने से बचाया जा सके। यह पीछे बैठी सवारियों को सुरक्षित करने के लिये है।

एम-1 कैटेगरी वाहन

सरकार ने वाहनों को उनकी क्षमता, इस्तेमाल और साइज के अनुसार कई श्रेणियों में बांटा है। एम-श्रेणी की कार में कम से कार पहिए होते हैं। इस श्रेणी में अधिकतम 8 लोगों के बैठने की जगह होती है। ज्यादातर ऐसे गाड़ियां निजी इस्तेमाल के लिए होती हैं लेकिन कुछ का व्यवसायिक इस्तेमाल भी होता है।

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