बिहार में बाढ़ के बाद आकाशीय बिजली का कहर, नौ लोगों की मौत

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बिहार में बाढ़ के बाद आकाशीय बिजली का कहर, नौ लोगों की मौतPC- flickr

लखनऊ। बिहार में अभी बाढ़ से लोगों की मुश्‍किलें कम नहीं हुई कि मंगलवार को आकाशीय बिजली के कारण अलग-अलग जगहों पर नौ लोगों की मौत हो गई। ये घटना औरंगाबाद और भागलपुर जिले में हुई है। बता दें कि इस समय बिहार में बाढ़ आई हुई है जिसमें गांवों को जानमाल की क्षति उठानी पड़ी है।

बता दें कि औरंगाबाद जिला के गोह प्रखंड में मंगलवार शाम हो रही बारिश के दौरान आकाशीय बिजली के चपेट में आकर एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। गोह थानाध्यक्ष वनकटेश्वर ओझा ने बताया कि शवों को थाना लाया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

वहीं औरंगाबाद जिला के रफीगंज और कासमा थाना क्षेत्र में भी मंगलवार को तीन लोगों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी। भागलपुर जिला के सनोखर अमडंडा थाना क्षेत्रों में मंगलवार को ठनका की चपेट में आकर एक युवक और एक महिला की मौत हो गयी।

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सनोखर थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि मृतक का नाम फैती यादव (20) है। अमडंडा थाना प्रभारी अरबिंद कुमार ने बताया, श्रीमतपुर बेलसर गांव में वज्रपात की चपेट में आकर राजेन्द्र मंडल की 39 वर्षीय पत्नी वंदना देवी की मौत हो गई।

गौरतलब है कि बिहार के उत्तरी हिस्से के 12 जिलों में आयी बाढ़ से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। मधुबनी और सीतामढ़ी जिले बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं। इन दोनों जिलों के 22 लाख से ज्यादा लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रदेशभर में बाढ़ के कारण अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

नेपाल से सटा बिहार का सीतामढ़ी जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है। यहां अभी भी 17 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। सोनबरसा प्रखंड की झीम, सिगियाही और गोगा नदी में उफान के बाद कई इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। सोनबरसा और कन्हौली के दर्जनों गांव अभी भी पानी में हैं। भारत-नेपाल सड़क समेत कई प्रमुख पथों में तीन फीट तक पानी भर गया था जो अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। (इनपुट भाषा)


   

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