चुनौती कितनी बड़ी क्यों न हो, न हम रुकेंगे, न भारत रुकेगा : कोरोना टीकाकरण अभियान पर बोले राष्ट्रपति कोविंद
गाँव कनेक्शन 29 Jan 2021 7:06 AM GMT
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रपति ने बजट सत्र में महामारी को लेकर देशवासियों के नाम संबोधन में कहा कि चुनौती कितनी बड़ी क्यों न हो, न हम रुकेंगे, न भारत रुकेगा।
राष्ट्रपति ने कहा, "कोरोना महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हमने अनेक देशवासियों को असमय खोया भी है। हम सभी के प्रिय और मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन भी कोरोना काल में हुआ। संसद के 6 सदस्य भी कोरोना की वजह से असमय हमें छोड़कर चले गए। मैं सभी के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
"मुझे संतोष है कि मेरी सरकार के समय पर लिए गए सटीक फैसलों से लाखों देशवासियों का जीवन बचा है। आज देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या भी तेजी से घट रही है और जो संक्रमण से ठीक हो चुके हैं उनकी संख्या भी बहुत अधिक है," राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा।
हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है। इस प्रोग्राम की दोनों वैक्सीन भारत में ही निर्मित हैं। संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक देशों को कोरोना वैक्सीन की लाखों खुराक उपलब्ध कराई हैं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 29, 2021
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, "भारत जब-जब एकजुट हुआ है, तब-तब उसने असंभव से लगने वाले लक्ष्यों को प्राप्त किया है। हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है। इस प्रोग्राम की दोनों वैक्सीन भारत में ही निर्मित हैं। संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक देशों को कोरोना वैक्सीन की लाखों खुराक उपलब्ध कराई हैं।।"
देश के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, "मेरी सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले 6 वर्षों में जो कार्य किए गए हैं, उनका बहुत बड़ा लाभ हमने इस कोरोना संकट के दौरान देखा है। आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश में 1.5 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिला है। इससे इन गरीबों के 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होने से बचे हैं।" आगे कहा, "आज देश के 24 हजार से ज्यादा अस्पतालों में से किसी में भी आयुष्मान योजना का लाभ लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री भारतीय जन-औषधि योजना के तहत देश भर में बने 7 हजार केंद्रों से गरीबों को बहुत सस्ती दर पर दवाइयां मिल रही हैं।"
राष्ट्रपति ने कहा, "कोरोना के इस काल में, प्रत्येक भारतीय का जीवन बचाने के प्रयासों के बीच अर्थव्यवस्था को जो हानि हुई थी, उससे भी अब देश उबरने लगा है। इस मुश्किल समय में भी भारत दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षक स्थान बनकर उभरा है।" उन्होंने कहा, "मेरी सरकार ने दिखाया है कि नीयत साफ हो, इरादे बुलंद हों तो बदलाव लाया जा सकता है। इन वर्षों में मेरी सरकार ने जितने लोगों के जीवन को छुआ है, वह अभूतपूर्व है।"
Today, benefits of Ayushman Bharat Yojana can be availed at more than 24,000 hospitals across the country.
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 29, 2021
Under the Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Yojana, the poor are getting medicines at extremely affordable rates from 7000 Jan Aushadhi Kendras across the country.
"देश के ग्रामीण क्षेत्रों में कामकाजी महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार सुविधा योजना को लागू कर रही है, जिसके तहत सेनेटरी नैपकिन को एक रुपये की मामूली लागत पर उपलब्ध कराया जाता है," राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आगे कहा, "देश को कोविद -19 महामारी के मद्देनजर हुए आर्थिक झटका से भी उभरना शुरू हो गया है जब मुख्य रूप से प्रत्येक भारतीय नागरिक के जीवन को बचाने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।"
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