अब ओडिशा में कोरोना वैक्सीन लेने के तीन दिन बाद स्वास्थ्य कर्मी की मौत
ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में कोरोना वैक्सीन लेने के तीन दिन बाद एक स्वास्थ्य कर्मी की मौत की खबर है। अब तक कोरोना टीका लगवाने के बाद कुल नौ स्वास्थ्य कर्मियों की मौत की खबर आ चुकी है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना टीकाकरण से इन मौतों का कोई संबंध नहीं है।
गाँव कनेक्शन 27 Jan 2021 12:58 PM GMT
कोरोना का टीका लगवाने के तीन दिन बाद ओडिशा में एक 27 वर्षीय युवा स्वास्थ्य कर्मी की मौत हो गयी है। हालांकि राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मी की मौत और कोरोना के टीके का कोई संबंध नहीं है।
देश में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक नौ लोगों के टीका लगने के बाद मौत की खबरें सामने आई हैं। हालांकि कोरोना टीके से मौत की खबरों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नकार दिया है और मौत और टीका का कोई संबंध न होने की बात कही है।
मृतक स्वास्थ्य कर्मी ओडिशा के नुआपाड़ा जिले के दियानमुंडा गांव का निवासी था और 23 जनवरी को कोरोना का टीका लगवाने के बाद उसने 25 जनवरी को ड्यूटी के दौरान तबियत ख़राब होने की शिकायत की थी। युवा स्वास्थ्य कर्मी ओडिशा के नुआपाड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत था।
#IndiaFightsCorona:
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) January 27, 2021
📍Deaths reported so far:
✅Total deaths reported till date: 9
✅New death reported in past 24 hours: 1
✅None of these deaths have been causally linked with #COVID19Vaccination
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स्वास्थ्य कर्मी की हालत बिगड़ने पर उसे मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया मगर स्थिति गंभीर होने पर उसे वीर सुरेन्द्र भाई इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च (VIMSAR) में भर्ती किया गया जहाँ मंगलवार को उसकी मौत हो गयी।
नुआपाड़ा के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) कालीप्रसाद बेहरा ने एक टीवी चैनल को बातचीत में बताया, "वह एनीमिया और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया से पीड़ित था। उसकी प्लेटलेट की गिनती भी कम थी। शुरुआती जांच से पता चलता है कि उसकी मौत रोग की स्थिति के कारण हुई न कि टीकाकरण के कारण।" हालांकि ख़बर लिखे जाने तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई थी।
अब तक कोरोना टीका लगने के बाद कुल नौ स्वास्थ्य कर्मियों की मौत की खबरें सामने आई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है कि इनमें से कोई भी मौत कोरोना टीकाकरण के कारण नहीं हुई है। पहला मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से सामने आया था जहाँ 16 जनवरी को टीका लगने के बाद 52 वर्षीय महिपाल सिंह की अगले दिन मौत हो गयी थी।
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