एनएसए अजीत डोभाल पर सीबीआई अफसर का आरोप- रिश्वत मामले में अस्थाना की कर रहे थे मदद

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लखनऊ। सीबीआई में हो रही उथल-फुथल और क़ानूनी लड़ाई में एक नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर एमके सिन्हा ने एक बड़ा आरोप लगया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल विशेष निदेशक राकेश अस्‍थाना के खिलाफ चल रही जांच में हस्तक्षेप किया।

सिन्हा ने अपनी याचिका में कहा है कि अस्थाना के घर पर सर्च करने से एनएसए डोभाल ने उन्हें रोका था। सिन्हा सीबीआई के उन अफसरों में शामिल थे जो सीबीआई के विशेष निदेशक अस्थाना के खिलाफ जांच कर रहे थे और बाद में उनका अन्य अफसरों के साथ तबादला कर दिया गया था।

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दी इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार एमके सिन्हा ने सीबीआई मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका में एक मंत्री का नाम भी लिया है।‌ सिन्हा ने शुरुआती शिकायत दर्ज कराने वाले सना सतीश सेख के हवाले यह आरोप लगाए हैं कि कोयला और खान राज्य मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी रिश्वत मामले में राकेश अस्‍थाना की कथ‌ित तौर पर मदद की थी। आरोप है कि उन्होंने कई करोड़ रुपए रिश्वत पहुंचाने में मदद की थी। गांव कनेक्शन के पास इन आरोपों की स्वंतत्र रूप से पुष्टि करने का कोई जरिया नहीं है।‌ सीबीआई की ओर भी इस पर कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है।

राकेश अस्थाना, आलोक वर्मा

याचिका में यह भी कहा गया है कि आर एंड एडब्ल्यू अधिकारी सामंत गोयल से जुड़ी बातचीत पर निगरानी से छेड़छाड़ की गई थी जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना गया था कि पीएमओ ने सीबीआई मामले का प्रबंधन किया था और उसी रात अस्थाना मामले की जांच करने वाली पूरी सीबीआई टीम हटा दी गई थी। भाषा की खबरों की अनुसार सिन्हा ने यह भी दावा किया है कि सना सतीश बाबू, मोइन कुरेशी मामले में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी से मिले थे और केंद्रीय कानून सचिव सुरेश चन्द्र ने 11 नवंबर को साना से संपर्क किया था।

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कोयला और खान राज्य मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी गुजरात के सांसद हैं। सिन्हा के अनुसार यह मामला कुछ लोगों से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा शिकायतकर्ता सना सतीश बाबू, मोइन कुरेशी मामले को लेकर केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी से मुलाकात की थी। तब केंद्रीय कानून सचिव सुरेश चन्द्र ने कुछ संपर्क भी किए थे।

सीबीआई ने सतीश साना की शिकायत पर 15 अक्टूबर को राकेश अस्थाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। मीट कारोबारी मोईन कुरैशी की कथित संलिप्तता से जुड़े 2017 के एक मामले में जांच का सामना कर रहे साना ने आरोप लगाया है कि अस्थाना ने मोईन को बचाने में मदद की है।


         

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