ओडिशा में डॉल्फिन की संख्या में 33 प्रतिशत की वृद्धि, लेकिन चिल्का झील में घटी है संख्या

ओडिशा सरकार द्वारा जारी की गयी वार्षिक रिपोर्ट में डॉल्फिन की 6 प्रजातियां इरावदी, बॉटलनोज़, हम्पबैक, स्ट्रिप्टेड, फिनलेस और स्पिनर डॉल्फिन की संख्या को रिकॉर्ड किया गया है।

Ashis SenapatiAshis Senapati   1 April 2022 8:20 AM GMT

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ओडिशा में डॉल्फिन की संख्या में 33 प्रतिशत की वृद्धि, लेकिन चिल्का झील में घटी है संख्या

वार्षिक जनगणना रिपोर्ट को साझा करते हुए ओडिशा के पर्यावरण विभाग ने 31 मार्च को बताया कि डॉल्फिन की संख्या 2021 में 544 थी वही ये संख्या 33.45 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2022 में बढ़ कर 726 हो गयी है।

हालांकि रिपोर्ट में ये भी पाया गया कि चिल्का झील जो कि भारत की खारे पानी की सबसे बड़ी झील हैं वहा डॉल्फिन की संख्या में पिछले वर्ष के मुक़ाबले में गिरावट आई है, जहां 2021 में डॉल्फिन की संख्या 188 थी, वहीं 2022 में ये संख्या घट कर 167 हो गई है।

डॉल्फिन की प्रजातियों में इरावदी ओडिशा में सबसे ज्यादा पाई जाती है, जो अधिकतर चिलिका झील में मिलती है। 2021 के मुकाबले इरावदी डॉलफिन की संख्या 162 से गिर कर 2022 में 151 पर आ गयी है। लेकिन मगर ओडिशा में दो और जगह जहां इरावदी डॉल्फिन पाई जाती हैं, राजनगर और पुरी वहां इनकी संख्या में वृद्धि पाई गयी है, जहां राजनगर में संख्या 39 से बढ़ कर 45 पर पहुंच गई है, वहीं पुरी में ये संख्या शुन्य से 8 तक पहुच चुकीं है। ओडिशा में इरावदी डॉलफिन की संख्या 208 पहुंच गई है।


आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पांच तटीय प्रभाग - राजनगर, पुरी, बेरहामपुर, भद्रक और बालासोर में 16 दिसंबर से 18 दिसंबर के बीच जनगणना संचालित की गयी, वहीं चिलिका झील में जनगणना 9 जनवरी से 11 जनवरी के बीच संचालित की गयी।

"इरावदी डॉल्फिन सिर्फ एशिया में ही पाई जाती है। डॉल्फिन की ये प्रजाती भारत में चिलिका से लेकर इंडोनेशिया तक पाई जाती है और भारत में ये प्रजाति वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित की जाती है, आईयूसीएन रेड लिस्ट [इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर], ओडिशा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) शशि पॉल ने गांव कनेक्शन को बताया।

जनगणना रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य और उसके आस-पास के जल निकाय क्षेत्रों जो कि भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यानों के अन्दर आते हैं वहां केंद्रपाड़ा जिले के अधिकारियों ने 540 डॉलफिन की गिनती की, जिनमें 45 इरावदी डॉल्फिन, 153 बॉटलनोज़ डॉल्फिन, 332 हंपबैक डॉल्फिन, 13 धारीदार डॉल्फिन और 15 स्पिनर हैं।

पॉल ने गांव कनेक्शन को आगे बताया, "2021 में, हमने 39 इरावदी डॉल्फिन, 22 बॉटलनोज़ डॉल्फिन और 281 हम्पबैक डॉलफिन सहित केवल 342 डॉल्फिन देखीं।" अधिकारी ने कहा, "ओडिशा और चिल्का झील में 484 किलोमीटर लंबी तटरेखा के साथ एक किलोमीटर की चौड़ाई के भीतर डॉल्फिन के लिए जनगणना अभ्यास किया गया था। जनगणना अभ्यास में अड़तालीस टीमें शामिल थीं।"

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