बिहार बोर्ड का सख्त कदम मैट्रिक के परीक्षार्थी पहन कर आएंगे चप्पल तभी दे पाएंगे परीक्षा
गाँव कनेक्शन 19 Feb 2018 9:35 AM GMT
बिहार में 21 फरवरी से शुरू हो रही मैट्रिक परीक्षा को नकलमुक्त बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। बिहार बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि परीक्षा कक्ष में जूते-मोजे पहन कर प्रवेश की इजाजत नहीं है। इसलिए परीक्षार्थीयो को चप्पल पहन कर आने के निर्देश दिए गए है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर नई व्यवस्था लागू करने का आदेश जारी किया गया है। समिति द्वारा सभी शिक्षा पदाधिकारी, केंद्राधीक्षक, परीक्षार्थी, अभिभावकों के लिए निर्देश जारी किया गया है।
परीक्षा के लिए राज्य में 1,426 केंद्र बनाए गए हैं। 21 से 28 फरवरी तक दो पालियों में परीक्षा होगी। परीक्षा में 17.70 लाख परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया है। पटना जिले में 74 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिले में दो पालियों में 82.50 हजार से भी अधिक परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे।
हर जिले में होंगे पांच मॉडल केंद्र
मैट्रिक परीक्षा में भी राज्य के सभी जिलों में पांच-पांच मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। ये केंद्र छात्राओं के लिए बनाये गये हैं, जहां महिला केंद्राधीक्षक के अलावा सभी दंडाधिकारी, पदाधिकारी, परीक्षाकर्मी और पुलिसकर्मी भी महिलाएं ही होंगी। इसके लिए केंद्रों पर विशेष व्यवस्था भी की गयी है।
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।
More Stories