'पूरा देश आज एक है और हमारे जवानों के साथ खड़ा है'- नरेन्द्र मोदी

'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' योजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी करीब एक करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए सम्बोधित कर रहे हैं।

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पूरा देश आज एक है और हमारे जवानों के साथ खड़ा है- नरेन्द्र मोदी

लखनऊ। भाजपा की 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' योजना के तहत भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करीब एक करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित कर रहे हैं। गुरूवार 28 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहते हैं कि भारत एक है, हम एक होकर जिएंगे, विकास करेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे भी। इस कॉन्फ्रेंस को दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो कॉन्फ्रेंस करार दिया जा रहा है।

भारतीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अपनी मेगा वीडियो कॉन्फ्रेंस को स्थगित कर देश की उर्जा भारतीय वायुसेना के पायलट को स्वदेश वापस लाने में लगाएं जो कि इस समय पाकस्तिान की हिरासत में हैं ।

केजरीवाल ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पाकस्तिान से निपटने को भी कहा। उन्होंने ट्विटर पर कार्यक्रम संबंधी भाजपा की घोषणा को साझा करते हुए लिखा, "मैं प्रधानमंत्री से इसे स्थगित करने की अपील करूंगा। इस समय, एक राष्ट्र के नाते, हमारी सारी ऊर्जा भारतीय वायुसेना के पायलट को सुरक्षित वापस लाने और पाकस्तिान के साथ कड़ाई से निपटने में लगाने की जरूरत है।"

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंस में 15 हज़ार जगहों से लोग जुड़े। पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव पर मोदी ने कहा,

"देश की सुरक्षा का संकल्प लेकर हमारा जवान सीमा पर डटा है। हम सब पराक्रमी भारत के नागरिक हैं इसलिए हम सबको भी देश की समृद्धि और सम्मान के लिए दिन रात एक करना होगा। इस समय देश की भावनाएं एक अलग स्तर पर हैं। देश का वीर जवान सीमा पर और सीमा के पार भी अपना पराक्रम दिखा रहा है, पूरा देश एक है और हमारे जवानों के साथ खड़ा है। दुनिया हमारी इच्छा शक्ति को देख रही है।"

प्रधानमंत्री आगे कहते हैं, "भारत को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमले के साथ-साथ दुश्मनों का एक मकसद ये भी होता है कि हमारी प्रगति रुक जाए, हमारी गति रुक जाए, हमारा देश थम जाए उनके इस मकसद के सामने हर भारतीय को दीवार बन कर के खड़ा होना है।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पूरा देश आज एक है और हमारे जवानों के साथ खड़ा है। हमारी सेनाओं के सामर्थ्य पर हमें भरोसा है इसलिए बहुत आवश्यक है कि कुछ भी ऐसा न हो जिससे उनके मनोबल पर आंच आए या हमारे दुश्मनों को हमारे ऊपर ऊँगली उठाने का मौक़ा मिल जाए।"

"इस वैभवशाली न्यू इंडिया के निर्माण के लिए वर्तमान में देश के कोटि-कोटि जनों के विश्वास में जो मजबूती है, जो आत्म विश्वास है, उसे एक धागे में पिरोना है। जिसे हम भारत माता के चरणों में अर्पित कर सके। हमारा देश नई नीति और नई रीति के साथ अपनी क्षमताओं का विस्तार करने में जुटा हुआ है। भारत का युवा आज उत्साह से परिपूर्ण है, देश के किसान से लेकर देश के जवान तक सभी को ये विश्वास मिला है कि नामुमकिन अब मुमकिन है,"- वे आगे कहते हैं।

पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मोदी कहते हैं, "हमारी पार्टी एक कैडर बेस्ड पार्टी है इसलिए पार्टी और सरकार दोनों के लिए कार्यकर्ताओं का फीडबैक बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसी के आधार पर सरकारी योजनाओं को जमीन पर साकार करना भी आसान होता है, जो हम मौजूदा कार्यकाल में लगातार करते आए हैं। आने वाला चुनाव दो राजनीतिक संस्कृतियों के बीच का है। एक संस्कृति भाजपा की है, जहां हर काम लोकतांत्रिक तरीके से होता है। दूसरी संस्कृति कांग्रेस समेत अन्य दलों की है, जहां हर काम वंशवाद के आधार पर तय होता है।"

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मोदी कहते हैं, "मैं स्पष्ट कहता हूं कि 2014 का चुनाव देश की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मिला जनमत था और 2019 का चुनाव भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मिलने वाला जनमत होगा। 2014 से 2019 का समय आवश्यकताओं को पूरा करने का था, जबकि 2019 से 2024 का समय आकांक्षाओं की पूर्ति करने का काल है। 2014 से 2019 बुनियादी जरूरतों को हर घर पहुंचाने का समय था, जबकि 2019 से 2024 का समय तेज उन्नति के लिए उड़ान भरने का काल है।"

"लोकतंत्र का मूलमंत्र है सत्ता और विपक्ष के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा। इसका पहला पाठ हम अपनी पार्टी के भीतर ही सीखते हैं। ऐसे में सभी बूथ कार्यकर्ताओं के बीच भी एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। आज जब हम न्यू इंडिया और 21वीं सदी की बात कर रहे हैं तो इसमें फर्स्ट टाइम वोटर की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसे में बूथ कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे अपने बूथ के सभी First Time Voter से संपर्क करें। आप सुनिश्चित करे कि आप के बूथ के अधिक से अधिक लोग अपने सुझाव दें,"- प्रधानमंत्री आगे कहते हैं।

     

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