मोदी ने पूरा किया ये वादा तो अगले साल तक रौशन हो जाएंगी भारत के गाँवों की गलियां

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मोदी ने पूरा किया ये वादा तो अगले साल तक रौशन हो जाएंगी भारत के गाँवों की गलियांप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में मंगलवार को अफ्रीकी विकास बैंक (एएफडीबी) समूह की सालाना बैठक का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका लगभग एक जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, किसान, गरीब और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए दोनों ही देश प्रयास कर रहे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दशकों से अफ्रीका के साथ हमारे संबंध मजबूत हो गए हैं। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से हमने भारत की विदेश व पर्यावरण नीति के लिए अफ्रीका को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका के साथ भारत की साझेदारी सहयोग एक मॉडल पर आधारित है जो अफ्रीकी देशों की जरूरतों के प्रति उत्तरदायी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘भारत को अफ्रीका के साथ अपनी शिक्षा और तकनीकी संबंधों पर गर्व है। अफ्रीका और भारत के बीच व्यापार में पिछले 15 वर्षों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले पांच वर्षों में व्यापार दोगुना हुआ है। हमने रेलवे, राजमार्ग, बिजली और गैस पाइपलाइन जैसे बुनियादी ढांचे में निवेश किया है।’’

पिछले 3 वर्षों में भारत के सभी मैक्रो आर्थिक संकेतकों में सुधार हुआ है। हमने विकास की दिशा में बड़ी प्रगति की है। उन्होंने कहा अगले साल तक भारत में कोई भी गाँव बिजली के बिना नहीं होगा। भारत जलवायु अनुकूल विकास का एक और एक उदाहरण होना चाहिए।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

यह बैठक 22-26 मई के बीच होगी। यह बैंक अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन है जिसमें इसके 81 सदस्य देशों के लगभग 3,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे। जो पहली बार भारत में हो रही है। बैंक के निदेशक मंडल के सदस्य अफ्रीकी देशों के समक्ष मौजूद विकासात्मक चुनौतियों पर चर्चा करेंगे और समावेशी व सतत विकास की रास्तों पर विचार विमर्श करेंगे।

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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अफ्रीकी विकास बैंक की वार्षिक बैठक के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए कहा, ''21वीं सदी केवल अकेले एशिया की सदी नहीं होगी, यह एशिया और अफ्रीका दोनों के लिए एक समान होगी।'' उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य के साथ कृषि और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों में भारत और अफ्रीका महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में उभर सकते हैं।

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