कॉप-14 में बोले पीएम मोदी, पूरा विश्व क्लाइमेट चेंज की समस्या से जूझ रहा है

COP 14: ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो-मार्ट में आयोजित किए जा रहे ग्लोबल कंवेंशन में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोध‍ित करते हुए कहा कि इस समय पूरा विश्व क्लाइमेट चेंज की समस्या से जूझ रहा है। भारत प्रकृति की रक्षा करने का हर संभव प्रयास में आगे रहेगा।

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कॉप-14 में बोले पीएम मोदी, पूरा विश्व क्लाइमेट चेंज की समस्या से जूझ रहा है

ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो-मार्ट में आयोजित किए जा रहे ग्लोबल कंवेंशन में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोध‍ित करते हुए कहा कि इस समय पूरा विश्व क्लाइमेट चेंज की समस्या से जूझ रहा है। भारत प्रकृति की रक्षा करने का हर संभव प्रयास में आगे रहेगा।

गौरतलब है कि इस मौके पर पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचने वाले थे लेकिन उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। दरअसल मुख्यमंत्री योगी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने दिल्ली जाएंगे। वहां वह रक्षा एक्सपो को लेकर उनसे बैठक करेंगे। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में काप फोर्टीन सम्मेलन में कुल 196 देशों के प्रतिनिधि पहुंचे हैं लेकिन यहां पाकिस्तान डेलिगेट्स की सीट खाली पड़ी है। कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बताकर किया।

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कॉप 14 कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के संस्कारों में धरती बहुत पवित्र है, हम हर सुबह जमीन पर पैर रखने से पहले धरती मां से माफी मांगते हैं। आज पूरी दुनिया क्लाइमेट चेंज की समस्‍या से जूझ रही है। क्‍लाइमेट चेंज की वजह से ही समुद्रों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, इसका असर बारिश, बाढ़ और तूफान के रुप में हर जगह दिखाई दे रहा है।

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पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय परंपरा के अनुसार पृथ्वी को हमारी माता का दर्जा दिया गया है, भारत मरुस्थलीकरण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठा रहा है। भारत में वन क्षेत्र दशमलव आठ मिलियन हेक्टेयर बढ़ा है, ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाएंगे।

उन्‍होंने कहा कि मैं यूएनसीसीडी के सदस्यों से जल संरक्षण योजना बनाने का आह्वान करता हूं। हम किसान की आय दोगुनी करने का भी प्रयास कर रहे हैं। हमारी सरकार जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग पर भी ध्यान दे रही है। हम प्रकृति संरक्षण में हर किसी का प्रयास चाहते हैं। हमने स्वच्छ भारत अभियान में ये करके दिखाया इसमें हर वर्ग के लोग हमारे साथ जुड़े हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक के मामले में भी हम यही चाहते हैं। इस मामले युवा सबसे आगे आते हैं। भारत अपने अन्य मित्र देशों की भूमि विकास में भी मदद करने को तत्पर है।


   

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