कृषि कुंभ: पराली संकट पर बोले मोदी, खेत की हर चीज है सोना बशर्ते किसान जौहरी की तरह उसका उपयोग कर ले

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लखनऊ स्थित गन्ना अनुसंधान संस्थान में आयोजित कृषि कुंभ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए खुशी जताई कि उत्तर प्रदेश सरकार ने उनकी सलाह मानते हुए कृषि कुंभ का आयोजन किया। नरेंद्र मोदी लाइव विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि कुंभ से जुड़े थे। उत्तर भारत में छाए पराली संकट पर प्रधानमंत्री का कहना था, 'खेत के अंदर कोई भी चीज निकम्मी नहीं होती। खेत की हर चीज सोना होती है। कचरे को भी कंचन बनाया जा सकता है। किसान जौहरी की तरह उसका उपयोग कर ले तो उसकी एक भी चीज बेकार नहीं जाएगी। सरकार अभी पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों को मशीनों के लिए 50 से 80 प्रतिशत तक की छूट दे रही है। हमें तकनीक आधारित ऐसे ठोस उपयोगों की ओर बढ़ना होगा जिससे किसानों के सामने पराली जलाने की मजबूरी खत्म हो जाए और पर्यावरण की भी रक्षा हो।' शुक्रवार को शुरू हुआ कृषि कुंभ तीन दिनों तक चलेगा। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद थे।


इससे पहले प्रधानमंत्री ने यूपी के किसानों की तारीफ करते हुए कहा, "यूपी तो वह जगह है, जहां के मेहनती किसानों द्वारा देश के खाद्यान्न का 20 प्रतिशत उत्पादन किया जाता है। इसके लिए मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। यूपी के किसान उत्पादन का नया रिकार्ड बना रहे हैं तो योगी जी की सरकार खरीद का भी रिकार्ड तोड़ती जा रही है। गेहूं की इस बार लगभग 50 लाख मीट्रिक टन खरीद की गई है, जबकि पहले की सरकारों में मात्र 7 या 8 लाख मीट्रिक टन की ही खरीद होती थी।"

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यूपी सरकार के आलू खरीदने के फैसले पर मोदी का कहना था, "मुझे यह जानकर भी खुशी हुई कि यूपी सरकार ने पहली बार आलू खरीदने का भी फैसला किया है। इससे निश्चित तौर पर उन किसानों को लाभ मिलने वाला है जिनको आलू का उचित दाम नहीं मिलता था। यूपी में हो रहे प्रयास केंद्र सरकार की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है जिसमें गांव व किसान हमारे आर्थिक चिंतन का प्रखर हिस्सा बने। हमारा स्पष्ट मत है कि किसान को कोई आगे नहीं लाता। बल्कि हमारा किसान है जो देश को आगे ले जाता है।"

कृषि कुंभ में इजराइल के सहयोग से बने सेंटर फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन भी होना है। किसानों को नई कृषि तकनीक मुहैया कराने के मुद्दे पर मोदी बोले, "इजराइल को सिंचाई के नए तरीकों में महारत हासिल है। जापान भी कृषि से जुड़ी तकनीक के मामले में व्यापक कार्य कर रहा है। कृषि कुम्भ का पार्टनर होने के कारण किसानों को इन दोनों देशों से लाभ मिलने वाला है।"

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26-28 अक्टूबर तक चलने वाले कृषि कुंभ मेले में कृषि वैज्ञानिक, कृषि से जुड़ी लगभग 200 कंपनियां और किसान शामिल हो रहे हें। इजरायल और जापान के विशेषज्ञ भी इस आयोजन का हिस्सा होंगे। कृषि के अलावा यहां उद्यान विभाग, सिंचाई, रेशम, पशुपालन, मत्स्य विभाग समेत कई सरकारी विभाग अपनी प्रदर्शनी लगाकर किसानों को जरूरी जानकारी देंगे। साथ ही किसान किन तरीकों को अपनाकर अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं यह भी बताया जाएगा।

तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 14 सेमिनार होंगे। कृषि कुंभ में लगभग एक लाख किसानों के शामिल होने का अनुमान है। कृषि कुंभ का समापन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह करने वाले हैं।

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