किसानों की आय बढ़ाने के लिए नीति आयोग मधुमक्खी पालन को देगा बढ़ावा
गाँव कनेक्शन 18 April 2017 6:15 PM GMT

नई दिल्ली (भाषा)। मधुमक्खी पालन और उससे जुड़े व्यवसाय के जरिए किसानों की आय को बढ़ाने की एक सम्पूर्ण नीति तैयार करने लिए नीति आयोग में बुधवार को एक विशेष बैठक होगी। बैठक में इससे जुड़े उत्पादकों, निर्यातकों, विभागों के अधिकारियों समेत विभिन्न अंशधारकों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है।
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राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य देवव्रत शर्मा ने बताया, ‘‘सरकार की प्राथमिकता देश में उत्पादन का स्तर बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय को दोगुना करने की है। सभी अंशधारकों के साथ बैठक इसी लक्ष्य से प्रेरित है। ताकि सभी समस्याओं पर गौर कर एक समग्र नीति तैयार की जा सके। शर्मा ने कहा, किसानों में मधुमक्खी पालन को लेकर पहले काफी भ्रम था, लेकिन जब उन्हें व्यवहारिक अनुभव हुआ कि मधुमक्खी पालन के कारण उनके फसलों की उपज बढ़ाने में भी मदद मिलती है, तो उनकी रुचि इस दिशा में बढ़ रही है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के कार्यकारी निदेशक बीएल सारस्वत ने कहा, यह बात साबित हो चुकी है कि वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन के जरिये फसलों का उत्पादन और किसानों की आय को बढाया जा सकता है। मधुमक्खी पालन के जरिये खेतों से पुष्परस बटोरने के दौरान मधुमक्खियां पौधों के बीच ‘परागण' प्रक्रिया को तेज करती हैं, इससे फसल उत्पादकता में काफी इजाफा होता है। मधुमक्खी पालन से शहद के साथ-साथ मधुमक्खी का डंक, प्रोपोलिस, मधुमक्खी के छत्ते, मोम इत्यादि उत्पाद मिलते है। इनका उपयोग औषधि एवं सौन्दर्य प्रसाधन उद्योगों में होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका बड़ा बाजार है।
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