पीएम नरेंद्र मोदी की नन्‍ही दोस्‍त जो लगा चुकी है हजारों पौधे

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एक ओर जहां दुनिया भर में बिगड़ते पर्यावरण को लेकर चिंता जताई जा रही है। वहीं कुछ लोग अपने छोटे-छोटे कामों से इसे सुधारने में लगे हैं। इन्‍हीं में से एक हैं उत्‍तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली छह साल की ईहा दीक्ष‍ित। ईहा हर रविवार को अपने ग्रुप के साथ पौधे लगाती हैं और अब तक उन्‍होंने नौ हजार से ज्‍यादा पौधे लगाए हैं। ईहा को अपने इस सामाजिक कार्य के लिए 'प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार' मिला है और वो इस पुरस्‍कार को पाने वाली सबसे कम उम्र की बच्‍ची हैं।

ईहा दीक्ष‍ित मेरठ के सेंट फ्रांसिस वर्ल्ड स्कूल में कक्षा-दो में पढ़ती है। वो बताती हैं, ''मैंने सबसे पहले अपने पांचवें बर्थडे पर 1008 पौधे लगाए थे। इसके बाद अपने छठवें बर्थडे पर 2500 पौधे लगाए और इस बीच हर रविवार को भी पौधे लगाती हूं। मेरा एक ग्रुप है जिसका नाम 'ग्रीन ईहा स्‍माइल क्‍लब' है। इसमें कई बच्‍चे जुड़े हैं और हम सभी मिलकर पौधे लगाते हैं।''

ईहा को अपने इस काम के लिए कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं। साथ ही कई रिकॉर्ड भी इनके नाम हैं, इसमें यूपी बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड शामिल है। ईहा इन अवॉर्ड्स को लेकर कहती हैं, ''यह सारे अवॉर्ड मुझे मिले हैं, लेकिन इनमें से सबसे बड़ा अवॉर्ड 'प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार' है, यह मेरे लिए बहुत कीमती है।''

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ईहा दीक्ष‍ित

ईहा बताती हैं, ''जब मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली थी तो उन्‍होंने कहा था आप मेरी नन्‍ही सी दोस्‍त हो। इसके बाद उन्‍होंने मुझे पौधे लगाने को लेकर एक ट्र‍िक भी बताई थी, जिससे पेड़ में खुद पानी मिलता रहे। उन्‍होंने बताया था कि पेड़ के बगल में एक गड्ढा कर देना चाहिए और उसमें पानी से भरा मटका रख दिया जाए तो पेड़ को अच्‍छे से पानी मिलता रहेगा।'' ईहा लोगों को संदेश देती हैं कि सभी लोगों को पौधे लगाने चाहिए, जिससे पॉल्‍युशन भी कम हो और ग्‍लोबल वॉर्मिंग से भी बचा जा सके।

ईहा की मां अंजली शर्मा बताती हैं, ''जब ईहा साढ़े चार साल की थी तो घर में पीएम मोदी की मन की बात चल रही थी। इसमें पौधे लगाने की बात हो रही थी। इसके बाद उसने एक कार्टून में भी देखा कि पौधे लागने चाहिए। इतना देखने और सुनने को बाद ईहा जिद करने लगी कि उसे पौधा लगाना है। हमें लगा कि बाल मन है एक पौधा लगाकर मान जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद से ईहा पौधे लगा रही है।'' अंजली शर्मा आगे कहती हैं, ''हमें यह देखकर अच्‍छा लगता है कि ईहा सामज के बारे में सोच रही है और अच्‍छा काम कर रही है।''

ईहा के ग्रुप 'ग्रीन ईहा स्‍माइल क्‍लब' के सदस्‍य संयम जैन कहते हैं, ''2017 से हर रविवार को पौधे लगाते हैं, ऐसा करते हुए हमें 81 सप्‍ताह हो गए हैं। हमें पौधे लगाकर बहुत अच्‍छा लगता है। पहले हम भी पौधे नहीं लगाते थे। कभी अगर कहा तो पैरेंट ही बोल देते कि क्‍या तुमने ठेका ले रखा है दुनिया का। लेकिन ईहा को देखने के बाद हम लोग भी पौधे लगा रहे हैं।''

 

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