मोदी ने काशी में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का किया उद्घाटन

यहां पर कम सिंचाई में बेहतर पैदावार वाले धान की प्रजातियों विकसित की जाएंगी और यहां तैयार प्रजातियों को देश-दुनिया में भेजा जाएगा

Chandrakant MishraChandrakant Mishra   29 Dec 2018 1:07 PM GMT

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मोदी ने काशी में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का किया उद्घाटन

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने वहां के वैज्ञानिकों से बातचीत कर अनुसंधान केंद्र के बारे में जानकारी भी ली।

प्रधानमंत्री मोदी हेलीकाप्टर से भूल्लनपुर स्थित हेलीपैड पर उतरे। जहां से सड़क मार्ग से चांदपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र पहुंचे। मोदी ने यहां अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का शुभारंभ किया। यहां से पीएम मोदी बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंच कर एक जनपद एक उत्पाद परियोजना के तहत लगाई गई प्रदर्शनी में शामिल हुए।

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इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का 'एक जनपद एक उत्पाद' प्रयोग 'मेक इन इंडिया' का ही विस्तार है। उद्यमियों, हस्तशिल्पियों और कलाकारों को फंड की कमी ना हो, उन्हें अच्छी मशीनें औजार मिलें, उनकी सही ट्रेनिंग हो, उनके उत्पाद की सही मार्केटिंग हो, सही दाम मिल सके, इसके लिए यह योजना (एक जनपद एक उत्पाद) चलायी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बाद 279 करोड़ रुपये कि 14 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और 12 योजनाओं का लोकार्पण किया।

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इस दौरान मोदी ने कहा," काशी का राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट हो या वाराणसी और गाजीपुर में बने कार्गों सेंटर हों, गोरखपुर में बन रहा खाद कारखाना हो या बाणसागर जैसी सिंचाई परियोजनाएं हों। मुझे बताया गया है कि गाजीपुर में पेरिशेबल कार्गो सेंटर से हरी मर्चि और हरी मटर दुबई के बाजार में बिक रही है। किसानों को पहले की तुलना में अब बेहतर दाम मिल रहे हैं। आज जो भी काम हो रहा है, पूरी प्रामाणिकता के साथ ईमानदारी से किसानों की आय दोगुना करने के लिए हो रहा है । कम लागत में अधिक लाभ किसानों को मिले इस दिशा में पूरी लगन से काम किया जा रहा है ।

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